
- शराब को लेकर मुखर होती पूर्व मुख्यमंत्री
- पार्टी नेताओं की भी नहीं सुन रहीं,
भोपाल। पूर्व सीएम उमा भारती ने प्रदेश में शराबबंदी के लिए मोर्चा खोल रखा है। जिसको लेकर उमा का मप्र भाजपा के नेताओं से अंदरूनी तौर पर टकराव बढ़ता दिखाई दे रही है। हालांकि मप्र भाजपा के शराबबंदी अभियान से पूरी तरह से किनारा कर लिया है। मप्र भाजपा अब शराबबंदी को लेकर बेलगाम होती उमा भारती पर हाईकमान द्वारा लगाम कसने के इंतजार में है। खबर है कि इसको लेकर हाल ही में मप्र भाजपा नेताओं के बीच गुप्त बैठक हुई है। बैठक में प्रदेश प्रभारी भी मौजूद रहे हैं।
उमा भारती ने एक बार फिर ट्वीट कर सरकार की परेशानी बढ़ा दी है। उन्होंन लिखा कि ‘मैं मध्यप्रदेश की महिलाओं व बेटियों के साथ हूं। शराबखोरी के शिकार हो रहे बेटों के लिए भी चिंतित हूं। उनकी इज्जत व जान पर खेलकर हम राजस्व कमा रहे हैं, इस पर शर्मिंदा भी हूं। उन्होंने कहा कि भाजपा की छत्तीसगढ़ व दिल्ली राज्य इकाइयां शराब नीति के विरोध में उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि शनिवार से चैत्र नवरात्रि शुरू हो रही हैं। शुक्रवार को मध्यप्रदेश में नई शराब नीति लागू हो गई है। इसमें लोगों को ज्यादा शराब कैसे पिलाई जा सके, अहातों में ज्यादा शराब कैसे परोसी जा सके, इस व्यवस्था को निश्चित किया है। इसका विरोध किया जा रहा है।