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सांसद खेल महोत्सव में खिलाडिय़ों के साथ ‘खेला’ इनाम देने में बने बेईमान

December 26, 2025

जबलपुर। शहर में आयोजित सांसद खेल महोत्सव का समापन समारोह उस वक्त विवाद और हंगामे में बदल गया, जब एथलीट खिलाडिय़ों को घोषित इनाम राशि के बजाय बेहद कम प्राइजमनी दी गई। खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित इस महोत्सव में अव्यवस्था और कथित बेईमानी सामने आने के बाद खिलाडिय़ों में भारी आक्रोश देखने को मिला। खिलाडिय़ों के विरोध को देखते हुए आयोजकों ने उन्हें धमकी दी थी कि उनका कैरियर खत्म करा देंगे। इधर खिलाडिय़ों का कहना था कि अपनी मेहनत के दम पर मुकाम तक पहुंचते हैं तो फिर ये कौन होते हैं कैरियर खत्म कराने वाले।
जानकारी के अनुसार, एथलेटिक्स प्रतियोगिता में विजेता खिलाडिय़ों को 21 हजार रुपये की प्राइजमनी देने की घोषणा की गई थी, लेकिन समापन समारोह में जब खिलाडिय़ों को मंच पर बुलाया गया, तो उन्हें मात्र 300 रुपये की राशि थमा दी गई। जैसे ही यह बात खिलाडिय़ों को समझ आई, उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया। देखते ही देखते माहौल गर्म हो गया और समारोह स्थल पर हंगामा खड़ा हो गया। आक्रोशित खिलाडिय़ों ने इसे अपने सम्मान और मेहनत का अपमान बताते हुए मेडल और दी गई प्राइजमनी मंच पर ही लौटा दी। खिलाडिय़ों का कहना था कि उन्होंने दिन-रात मेहनत कर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, लेकिन आयोजकों ने उनके साथ धोखा किया। कई खिलाडिय़ों की आंखों में आंसू और चेहरे पर गुस्सा साफ नजर आया।



विवाद उस समय और बढ़ गया जब खिलाड़ी अपनी समस्या लेकर सांसद आशीष दुबे के पास पहुंचे। खिलाडिय़ों का आरोप है कि सांसद ने उनकी बात तक नहीं सुनी और बिना कोई जवाब दिए उन्हें किसी अन्य व्यक्ति के पास भेज दिया। इससे खिलाडिय़ों में नाराजगी और ज्यादा बढ़ गई। खिलाडिय़ों का कहना है कि यदि आयोजन सांसद के नाम से हो रहा है, तो जिम्मेदारी भी उनकी ही बनती है कि वे खिलाडिय़ों की समस्याएं सुनें और समाधान करें।

आयोजकों पर लगाए गंभीर आरोप
घटना के बाद कार्यक्रम स्थल पर कुछ देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। खिलाडिय़ों और उनके परिजनों ने आयोजकों पर गंभीर आरोप लगाए और प्राइजमनी वितरण में पारदर्शिता की मांग की। कुछ खिलाडिय़ों ने यह भी कहा कि इस तरह के आयोजनों से खेल प्रतिभाओं का मनोबल टूटता है और भविष्य में युवा खिलाड़ी ऐसे आयोजनों से दूरी बना सकते हैं। हालांकि आयोजकों की ओर से बाद में सफाई देने की कोशिश की गई, लेकिन तब तक मामला काफी तूल पकड़ चुका था। खेल प्रेमियों और सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है।

शुरूआत से ही विवादों में खेल महोत्सव
सांसद खेल महोत्सव जैसे आयोजन, जिनका उद्देश्य युवाओं को खेलों की ओर प्रोत्साहित करना होता है, यदि इसी तरह विवादों और अव्यवस्था का शिकार होते रहे, तो यह खेल और खिलाडिय़ों दोनों के लिए नुकसानदायक साबित होगा। सांसद खेल महोत्सव शुरूआत ही विवादों में रहा, क्योंकि एक शहर के एक बड़े नेता को कार्यक्रम में आमंत्रित ही नहीं किया गया था जिसको लेकर भी काफी चर्चाएं हो रही थी।

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