
इन्दौर। नवजात शिशुओं (Newborns) की मृत्युदर (Mortality) कम करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा मध्य प्रदेश में सबसे पहले ई-शिशु ( e-Shishu) ऑनलाइन मॉनिटरिंग पायलट प्रोजेक्ट (pilot project) की शुरुआत इंदौर शहर के एमटीएच हॉस्पिटल (MTH Hospital) से की जा रही है। इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआती लागत लगभग 1 करोड़ रुपए है। इसमें से 25 लाख रुपए एमटीएच हॉस्पिटल को मिल चुके हैं।
मिशन की उपसंचालक हिमानी यादव ने बताया कि इंदौर के एमटीएच हास्पिटल में ई-शिशु पायलट प्रोजेक्ट का हेल्थ मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। हमारी कोशिश है कि यह पायलट प्रोजेक्ट 15 सितंबर से शुरू हो जाए। इस मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम में 24 घण्टे 2 शिशु रोग विशेषज्ञ सहित नर्सिंग स्टाफ मौजूद रहेगा, जो ऑनलाइन जूम पोर्टल के माध्यम से वीडिओ कांफ्रेंसिंग के जरिये इंदौर- उज्जैन से जुड़े सभी जिलों के सरकारी अस्पतालों के न्यू बोर्न केयर यूनिट में रखे गए शिशुओं के हेल्थ मतलब स्वास्थ्य की निगरानी करेगा। इंदौर के ई-शिशु हेल्थ कंट्रोल रूम से इन एसएनसीयू वाले हास्पिटल की मॉनिटरिंग होगी। एमटीएच हॉस्पिटल में बनाये जा रहे ऑनलाइन ई-शिशु मॉनिटरिंग हेल्थ कंट्रोल रूम से वीडिओ कांफ्रेंसिंग पोर्टल के माध्यम से जिन हॉस्पिटल के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट पर 24 घण्टे नजर रहेगी, उनमे उज्जैन, देवास, धार, झाबुआ, आलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, खण्डवा, बुरहानपुर, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर, आगर-मालवा शामिल है।