
मुंबई. मुंबई (Mumbai) में भारी बारिश (heavy rain) से शहर की रफ्तार थम गई है. जलभराव और खराब मौसम के कारण रेल, बस, हवाई सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. मोनो रेल सर्विस पर भी बारिश का असर पड़ा है. मुंबई के पूर्वी उपनगर में तकनीकी खराबी और बारिश के कारण एक मोनोरेल (Monorail) एलिवेटेड ट्रैक (elevated track) पर फंस गई. इसके अंदर बैठे यात्रियों को क्रेन की मदद से रेस्क्यू किया गया. चेंबूर और भक्ति पार्क के बीच मुंबई मोनोरेल सर्विस मंगलवार शाम करीब 6:15 बजे बाधित हो गई.
मोनोरेल में बैठे यात्रियों को गर्मी और घुटन का सामना करना पड़ा, क्योंकि बिजली आपूर्ती बाधित होने से एयर कंडीशनर काम नहीं कर रहा था और मोनोरेल के सभी गेट बंद थे. यात्रियों ने तुरंत इमरजेंसी हेल्प के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम के हेल्पलाइन नंबर 1916 पर संपर्क किया. तुरंत कार्रवाई करते हुए, मुंबई फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंची और तीन स्नोर्कल व्हीकल की मदद से रेस्क्यू शुरू किया. तीन घंटे से अधिक समय तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में क्रेन की मदद से 550 से अधिक यात्रियों को एलिवेटेड ट्रैक पर फंसी मोनोरेल से नीचे उतारा गया.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि मोनोरेल में फंसे सभी यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया. उन्होंने बताया कि क्षमता से ज्यादा यात्री मोनोरेल में सवार थे. बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण इमरजेंसी ब्रेकडाउन हुआ. शिंदे ने कहा कि सरकार इस घटना की जांच करेगी और सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा दोबारा ना हो.
उन्होंने बताया कि मुंबई में मंगलवार को 6 घंटे में 200 मिमी बारिश हुई, जिस कारण निचले इलाकों में जलभराव हो गया. बीएमसी पानी निकालने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है. एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारे सभी अधिकारी मैदान में हैं. शहर का ड्रेनेज सिस्टम काफी पुराना हो चुका है. मुंबई में बहुत निर्माण कार्य चल रहा है. हमें दीर्घकालिक समाधान पर काम करने की जरूरत है, हम अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. बीएमसी के अधिकारी काम कर रहे हैं और तैयार हैं, काम में कोई कमी नहीं थी. प्रशासन पूरी तरह सतर्क था.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘तकनीकी कारणों से, चेंबूर और भक्ति पार्क के बीच एक मोनोरेल ट्रैक पर फंस गई है. एमएमआरडीए, फायर ब्रिगेड और बीएमसी, सभी एजेंसियां घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं. सभी यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है. इसलिए, किसी को भी चिंता या घबराहट करने की आवश्यकता नहीं है. सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाला जाएगा. मैं सभी से धैर्य बनाए रखने का अनुरोध करता हूं. मैं एमएमआरडीए कमिश्नर, म्युनिसिपल कमिश्नर, पुलिस और सभी संबंधित एजेंसियों के संपर्क में हूं. इस घटना के कारणों की जांच भी की जाएगी.’
मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि ‘मैसूर कॉलोनी स्टेशन’ के पास एक मोनोरेल ट्रेन इलेक्ट्रिक सप्लाई बाधित होने के कारण एलिवेटेड ट्रैक पर रुक गई. एमएमआरडीए ने कहा, ‘हमारी संचालन और रखरखाव टीमें पहले से ही मौके पर मौजूद हैं और इसे जल्द से जल्द ठीक करने के लिए काम कर रही हैं.’
एमएमआरडीए ने आगे कहा, ‘फिलहाल, वडाला और चेंबूर के बीच सेवाएं सिंगल लाइन पर सुचारू रूप से चल रही हैं. हम आपके धैर्य के लिए तहे दिल से आपका धन्यवाद करते हैं और आपको विश्वास दिलाते हैं कि आपकी सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. निश्चिंत रहें, सामान्य सेवाएं शीघ्र बहाल कर दी जाएंगी.’
मुंबई मोनोरेल का रूट चेंबूर से संत गाडगे महाराज चौक तक 20 किलोमीटर का है. इस रूट के मुख्य स्टेशन चेंबूर, वडाला और संत गाडगे महाराज नगर हैं. मुंबई में मोनोरेल सर्विस की शुरुआत 2014 में हुई थी. इसका निर्माण मुंबई में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर बनाने के लिए किया गया था. मोनोरेल का किराया न्यूनतम 10 रुपये और अधिकतम 40 रुपये है. मोनोरेल का रूट यूं तो बहुत छोटा है, लेकिन चेंबूर के आसपास रहने वालों और वडाला से रोजाना आने-जाने वालों के लिए इससे समय की काफी बचत होती है.
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