
नई दिल्ली । सोमवार को संसद का मॉनसून सत्र(Monsoon Session) शुरू हो गया है जहां विपक्ष के हंगामे(uproar by the opposition) के बाद लोकसभा की कार्यवाही(proceedings of the Lok Sabha) को पूरे दिन के लिए स्थगित(Adjourned) कर दिया गया। इस बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर संसद में मुसलमानों के लिए आवाज उठाने की अपील की है। महबूबा ने अपनी चिट्ठी में मुसलमानों के कथित उत्पीड़न, बेदखली और अधिकारों के हनन पर चिंता जताते हुए इस मुद्दे पर बातचीत की अपील की है।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने राहुल गांधी को लिखी अपनी चिट्ठी में कहा है कि घृणा और भय से बढ़ते माहौल में, कई लोग उम्मीद खो चुके हैं और पूरी तरह से असहाय महसूस कर रहे हैं और ऐसे समय में राहुल गांधी उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण बनकर खड़े हैं। महबूबा मुफ्ती ने राहुल गांधी को लिखे अपने पत्र में लिखा, “बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को निशाना बनाने के बहाने मुसलमानों को लगातार अंधकारमय परिस्थितियों में धकेला जा रहा है। आपने असम की अपनी यात्रा के दौरान सही कहा था कि हजारों मुसलमानों के घरों को बड़े पैमाने पर तोड़ा जाना बेहद परेशान करने वाला है।”
मुफ्ती ने आगे कहा कि बिहार में चुनाव आयोग की एसआईआर प्रक्रिया संबंधी प्रक्रिया मुसलमानों को बेदखल करने, उनकी शक्ति को कम करने और उनके अधिकारों से वंचित करने का एक और व्यवस्थित प्रयास है।
राहुल गांधी से अपील
पीडीपी प्रमुख ने कहा, “विभाजन के दौरान जिन मुसलमानों ने भारत में रहने का फैसला किया, उन्होंने ऐसा महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस पार्टी के धर्मनिरपेक्ष नेतृत्व में विश्वास के कारण किया। आज उस विरासत के रखवाले के रूप में, हमारे संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने और उनकी रक्षा करने की जिम्मेदारी आपके कंधों पर है।” उन्होंने राहुल गांधी से कहा, “आपके नेतृत्व में गहरी आशा रखते हुए, मैं आपसे अपील करती हूं कि आप उन अल्पसंख्यकों के लिए आवाज उठाते रहें जिन्हें लगातार हाशिए पर धकेला जा रहा है।”
लोकसभा में हंगामा
इससे पहले संसद के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले और कई अन्य मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही को तीन बार स्थगित करने के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन में विपक्षी दलों ने पहलगाम आतंकी हमले और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) समेत अन्य विषयों पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया। शोर-शराबे की वजह से सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक, दूसरी बार दोपहर दो बजे तक और फिर चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामा नहीं थमने पर कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
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