
इंदौर। नायता मुंडला में बनाया गया नया बस स्टैंड ढाई माह ही बंद हो गया है। यहां से बसों का संचालन नहीं हो रहा है और गेट पर ताले लग गए हैं। इसके कारण इस क्षेत्र से यात्रा करने वाले यात्रियों को एक बार फिर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खुद एआईसीटीएसएल भी अपनी बसें यहां लेकर नहीं जा रहा है। उल्लेखनीय है कि नायता मुंडला से बसों का संचालन शुरू करने के लिए प्रशासन साल की शुरुआत से कोशिश कर रहा है। फरवरी में नौलखा की बसों को यहां शिफ्ट करने का आदेश दिए जाने के बाद बस संचालक कोर्ट चले गए थे, जिससे मामला ठंडे बस्ते में चला गया था।
इसके बाद बस स्टैंड को शुरू करने के लिए प्रशासन ने शहर से चलने वाली आल इंडिया परमिट की बसों के खिलाफ अभियान चलाते हुए कुछ ट्रेवल्स भी सील किए थे। ट्रेवल्स संचालकों को निर्देश दिया था कि सभी बसें शहर के बाहर से चलाएं। इसके बाद प्रशासन ने 9 सितंबर से एआईसीटीएसएल की इंटरस्टेट बसों को यहां से संचालित करना शुरू कर दिया था। प्रशासन के दबाव के बाद कई निजी बस संचालकों ने भी यहां से बसें शुरू की थीं, लेकिन प्रशासन की यह व्यवस्था ढाई माह भी नहीं चल पाई। अब खुद एआईसीटीएसएल की बसें भी यहां से संचालित होना बंद हो गई हैं। वहीं निजी बसें भी यहां नहीं पहुंच रही हैं, जिसके चलते बस स्टैंड बंद हो गया है। यहां टिकट खिडक़ी पर काम करने वाले कर्मचारी ने बताया कि पिछले आठ दिनों से यहां बसें नहीं आ रही हैं, जिसके कारण बस स्टैंड का गेट भी बंद कर दिया है।

दूरी और सुविधाओं का अभाव बड़ी परेशानी
निजी बस संचालकों ने बताया कि नायता मुंडला का बस स्टैंड बहुत दूर है। बस लेने के लिए शहर से इतनी दूर जाना सवारियों के लिए काफी परेशानीभरा होता है। इसके कारण वहां सवारियां नहीं मिलती हैं। सवारियां न मिलने पर वहां जाकर ईंधन और समय का नुकसान करने के बजाय अब कभी-कभार ही वहां बसें ले जाते हैं। यहां बसों के लिए भी सडक़ अच्छी नहीं है। साथ ही यात्रियों के लिए भी पहुंचने का मार्ग खराब है।

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