
नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) की सफलता के बाद भारतीय नौसेना (Indian Navy) की ताकत को बढ़ाने के लिए और दुश्मन की हर चाल पर निगाह रखने के लिए नेवी के हेलिकॉप्टर (Helicopter) को और अपग्रेड किया जाएगा. इसके लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने एक बड़ा कदम उठाया और नए AESA रडार सिस्टम के लिए टेंडर जारी किया है. यह रडार भारतीय नौसेना के यूटिलिटी हेलीकॉप्टर-मैरिटाइम (UH-M) में लगाया जाएगा.
नौसेना इन हेलीकॉप्टर को समुद्र में निगरानी और ऑपरेशन के लिए इस्तेमाल करती है. यह हेलीकॉप्टर 5.7 टन वजन का ट्विन-इंजन प्लेटफॉर्म है, जो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) पर आधारित है और हर तरह के समुद्री मिशनों में तैनात किया जाता है. HAL के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक यह टेंडर HAL के हैदराबाद स्थित स्ट्रैटेजिक इलेक्ट्रॉनिक्स रिसर्च एंड डिजाइन सेंटर ने जारी किया है. खास बात यह है कि यह टेंडर सिर्फ भारतीय सप्लायर्स के लिए है, ताकि मेक इन इंडिया योजना को बढ़ावा मिले.
नया AESA रडार हेलीकॉप्टर की समुद्री निगरानी क्षमता को कई गुना बढ़ाएगा. यह हर मौसम और दिन-रात ऑपरेशन में काम करेगा. इससे समुद्री लक्ष्यों का पता लगाना, पहचान करना और ट्रैक करना आसान होगा. यह रडार हेलीकॉप्टर की ताकत को कई गुना बढ़ा देगा. इससे एक साथ कई समुद्री लक्ष्यों का पता लगाया जा सकेगा. इसके अलावा, यह मौसम की जानकारी, चलती नौकाओं का ट्रैकिंग, खोज और बचाव (SART/बीकन), और खास ISAR मोड में भी काम करेगा.
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