
मुंबई । महाराष्ट्र(Maharashtra) के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक(Nawab Malik) की गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने पार्टी के भीतर बदलाव करने का अहम फैसला लिया है. नवाब मलिक से अल्पसंख्यक मंत्रालय और गार्जियन मंत्री का पद अस्थायी रूप से दूसरे मंत्रियों को सौंपा जाएगा. दरअसल, शरद पवार के घर पर एनसीपी नेताओं की बैठक में यह फैसला लिया गया है.
बतादें कि नवाब मलिक परभणी और गोंदिया जिलों के संरक्षक मंत्री थे. मलिक इन दिनों न्यायिक हिरासत में है. इसलिए धनंजय मुंडे को परभणी जिले का संरक्षक मंत्री बनाया गया है. जल संसाधन राज्य मंत्री और एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि इसलिए धनंजय मुंडे परभणी जिले के संरक्षक मंत्री और प्राजकत तानपुरे गोंदिया जिले के संरक्षक मंत्री होंगे. इस बीच मलिक ने इस्तीफा नहीं दिया है. जयंत पाटिल ने यह भी कहा कि वह जैसे हैं वैसे ही पद पर बने रहेंगे.
जयंत पाटिल ने कहा, नवाब मलिक अभी भी लेखा मंत्री हैं. साथ ही पार्टी में उनकी जो जिम्मेदारी है, वह बनी हुई है. हालांकि, चूंकि यह वर्तमान में उपलब्ध नहीं है, इसलिए अन्य को उसी पद पर रखते हुए प्रभारी पद दिए जा रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने नवाब मलिक को दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. उन्हें 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेजा गया था. नवाब मलिक पर हसीना पारकर की एक जमीन को खरीदने का आरोप है.
आरोप यह भी है कि उन्होंने 300 करोड़ की जमीन को महज 55 लाख रुपए में खरीदा. इस पूरे ट्रांजैक्शन में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप मलिक पर लगा है. साथ ही अंडरवर्ल्ड और 1993 बम धमाकों के आरोपियों से संबंध रखने और प्रॉपर्टी खरीदने का भी आरोप है. ईडी ने मलिक पर टेरर फंडिंग का आरोप लगाया है.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved