
नई दिल्ली. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल (Governor) सी.पी. राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) को उपराष्ट्रपति चुनाव (Vice Presidential candidate) के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है. राधाकृष्णन 20 अगस्त को सुबह 11 बजे अपना नामांकन दाखिल करेंगे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके प्रस्तावक होंगे. यह जानकारी केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने दी. उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को संसद भवन में होगा और नतीजे इसी दिन रात तक घोषित होंगे.
सी.पी. राधाकृष्णन के नामांकन में पीएम मोदी के साथ-साथ एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों और गठबंधन के करीब 160 सांसद शामिल होंगे, जिनमें 20 प्रस्तावक और 20 समर्थक होंगे. रिजिजू ने बताया कि मंगलवार को संसद भवन में आयोजित एनडीए संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने राधाकृष्णन को गठबंधन के सांसदों से मिलवाया और सर्वसम्मति से उनके समर्थन की अपील की.
राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर
तमिलनाडु के तिरुपुर में जन्मे हैं 68 वर्षीय सी.पी. राधाकृष्णन और चार दशक से अधिक समय से राजनीति में सक्रिय हैं. उन्होंने 1974 में भारतीय जनसंघ के साथ अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से भी जुड़े रहे. वह 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए. इसके अलावा, वह तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष, झारखंड और तेलंगाना के राज्यपाल, और पुडुचेरी के उपराज्यपाल रह चुके हैं.
बी. सुदर्शन विपक्ष के उम्मीदवार
इधर इंडिया ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कल बी. सुदर्शन रेड्डी की मुलाकात इंडिया ब्लॉक में शामिल दलों के सांसदों से करवाएंगे. वह उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में 21 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. उन्हें भारत के सबसे प्रतिष्ठित और प्रगतिशील न्यायविदों में से एक माना जाता है.
बी. सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1946 को आंध्र प्रदेश के रंगा रेड्डी जिले के अकुला मैलारम गांव में एक कृषक परिवार में हुआ था. उन्होंने हैदराबाद में शिक्षा प्राप्त की और 1971 में उस्मानिया विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की. उसी वर्ष वे आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में वकील के रूप में पंजीकृत हुए. वह 2 मई 1993 को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में अतिरिक्त जज नियुक्त हुए, और 2 मई 1995 को स्थायी जज बने. 5 दिसंबर 2005 को गुवाहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने और 12 जनवरी 2007 को सुप्रीम कोर्ट के जज नियुक्त हुए. बी. सुदर्शन रेड्डी 8 जुलाई 2011 को सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए.
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