
नई दिल्ली । केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने हाल ही में एक कार्यक्रम में खुलासा किया कि हमास चीफ इस्माइल हानियेह (Hamas chief Ismail Haniyeh) की हत्या से कुछ ही घंटे पहले उनकी उनसे मुलाकात हुई थी। यह घटना ईरान की राजधानी तेहरान (Tehran) में पिछले साल हुई थी। गडकरी से उस मुलाकात के कुछ ही समय बाद हानियेह की रहस्यमय हालात में हत्या कर दी गई थी। एक किताब लॉन्च के मौके पर बोलते हुए गडकरी ने बताया कि कैसे हमास नेता की ईरानी राजधानी में एक कड़ी सुरक्षा वाले मिलिट्री कॉम्प्लेक्स में हत्या होने से कुछ घंटे पहले ही उनकी मुलाकात हानियेह से हुई थी।
नितिन गडकरी ने बताया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आग्रह पर ईरान गए थे। उन्हें ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियन के शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करना था। इस कार्यक्रम से पहले तेहरान के एक पाँच सितारा होटल में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और वरिष्ठ नेता अनौपचारिक रूप से चाय-कॉफी पर इकट्ठा हुए थे। गडकरी ने बताया कि उसी दौरान उनकी मुलाकात हमास नेता इस्माइल हानियेह से हुई थी। उन्होंने बताया कि हानियेह कोई राष्ट्राध्यक्ष नहीं थे, फिर भी वहां मौजूद थे और राष्ट्रपति तथा ईरान के मुख्य न्यायाधीश के साथ शपथ ग्रहण समारोह में जाते हुए उन्हें देखा गया था।
रात करीब 4 बजे होटल छोड़ने को कहा गया
गडकरी के अनुसार, शपथ समारोह के बाद वे अपने होटल लौट आए लेकिन रात करीब 4 बजे ईरान में भारत के राजदूत उनके पास आए और तुरंत होटल छोड़ने के लिए कहा। जब गडकरी ने इसका कारण पूछा, तो उन्हें बताया गया कि हमास प्रमुख इस्माइल हानियेह की हत्या कर दी गई है। बकौल गडकरी, यह सुनकर वह बेहद हैरान रह गए थे। बाद में ईरानी अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह हत्या 31 जुलाई की रात करीब 1:15 बजे हुई थी। उस समय हानियेह तेहरान के एक बेहद सुरक्षित सैन्य परिसर में ठहरे हुए थे, जिसकी निगरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) कर रहा था। हमले में हानियेह के एक अंगरक्षक की भी मौत हो गई थी।
हानियेह की हत्या किस तरह की गई? अब तक नहीं साफ
नितिन गडकरी ने कहा कि अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि हानियेह की हत्या किस तरह की गई। कुछ लोगों का कहना है कि उनकी मोबाइल फोन के इस्तेमाल के कारण उनकी लोकेशन ट्रैक हो गई, जबकि कुछ अन्य तरीकों की भी चर्चा हो रही है। इसी कार्यक्रम में गडकरी ने यह भी कहा कि जो देश मजबूत होता है, उस पर कोई आसानी से हमला नहीं कर सकता। उन्होंने इजरायल का उदाहरण देते हुए कहा कि भले ही वह देश आकार में छोटा है, लेकिन तकनीक और सैन्य शक्ति के दम पर उसने वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत पहचान बनाई है। गडकरी के इस बयान के बाद यह मामला अंतरराष्ट्रीय राजनीति और सुरक्षा एजेंसियों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। हालांकि हमास चीफ की हत्या के बाद भी गडकरी ने एक फोटो पोस्ट कर बताया था कि वो भी उस समारोह में मौजूद थे।
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