
नई दिल्ली । मुस्लिमों को कठमुल्ला(Muslims) जैसे शब्द कहकर विवादों में आए इलाहाबाद हाई कोर्ट(Allahabad High Court) के जज शेखर यादव (Judge Shekhar Yadav)की टिप्पणी पर पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़(Former CJI DY Chandrachud) की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि कोई भी जज हो, उसको धर्मनिरपेक्ष रहना जरूरी है।
पूर्व सीजेआई से जब जस्टिस शेखर यादव के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ”कोई भी जज हो, उसको धर्मनिरपेक्ष रहना बहुत जरूरी है।” इसके अलावा, उन्होंने कैशकांड में फंसे जस्टिस यशवंत वर्मा मामले में भी टिप्पणी की। उन्होंने पूछा कि क्या पैसे उनके थे या फिर उनके घर से मिले थे? जज को पूरी सुनवाई का अवसर दिए जाने से पहले इस मुद्दे पर पहले से फैसला न करें। उन्होंने दो टूक कहा कि यशवंत वर्मा पर एफआईआर होनी चाहिए थी।
बता दें कि जस्टिस शेखर यादव ने 8 दिसंबर 2024 को विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में मुस्लिमों पर टिप्पणी की थी। उन्होंने समान नागरिक संहिता पर कहा था कि इसे हिंदू बनाम मुस्लिम के रूप में पेश किया गया, लेकिन हिंदुओं ने अब तक कई सुधार किए हैं, जबकि मुस्लिमों ने ऐसा नहीं किया। हिंदुओं ने अपनी पुरानी प्रथाओं में कई बुराइयों का खात्मा किया है, लेकिन आप ऐसा क्यों नहीं करते।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत बहुसंख्यकों के हिसाब से ही चलेगा। इसके बाद उन्होंने कठमुल्ले देश के लिए घातक हैं कहकर विवाद पैदा कर दिया था। इस पर विपक्षी दलों ने घोर आपत्ति दर्ज करवाई थी। विपक्ष ने मांग की थी कि कैशकांड में जस्टिस यशवंत वर्मा के साथ-साथ जस्टिस शेखर यादव पर भी महाभियोग चलाया जाए।
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