
इंदौर। अचल संपत्ति का पंजीयन करने वाला संपदा 1.0 कल दिन भर सर्वर डाउन होने से बंद रहा। इसके चलते हुए इंदौर जिले में एक भी रजिस्ट्री नहीं हो सकी। कल के दिन 726 स्लॉट बुक हुए थे। जिन लोगों ने स्लॉट बुक कराए थे वे लोग दिन भर रजिस्ट्री करने के लिए परेशान होते रहे। वित्तीय वर्ष का अंतिम महीना शुरू होने के साथ ही जमीन, प्लाट, मकान, दुकान, ऑफिस की रजिस्ट्री करने वालों का दबाव भी बढ़ गया है। पंजीयन विभाग भी इस महीने में अधिक से अधिक रजिस्ट्री करके अधिक से अधिक राजस्व अर्जित करना चाहता है। इसके लिए सरकार के द्वारा कल से ही संपत्ति के पंजीयन के संपदा 1.0 की व्यवस्था में स्लॉट की संख्या को बढ़ाया गया है। यह संख्या बढ़ाने के साथ ही व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई है। जैसे ही सरकार के द्वारा स्लॉट की संख्या बढ़ाने की घोषणा की गई वैसे ही रजिस्ट्री करने वालों को खुशी मिली थी। उन लोगों को लगा था कि अब उन्हें परेशान नहीं होना पड़ेगा और आसानी के साथ वह पुरानी व्यवस्था में अपनी रजिस्ट्री करवा सकेंगे। इन लोगों की उम्मीद पर पानी फिर गया। कल बुधवार को संपदा 1.0 के तहत रजिस्ट्री करने के लिए इंदौर जिले में 726 स्लॉट बुक किए गए थे। इसमें से 594 स्लॉट तो इंदौर शहर में ही बुक कराए गए थे।
स्लॉट बुक करने वाले लोग अपने स्लॉट के निश्चित समय पर रजिस्ट्री करने के लिए पंजीयन विभाग के कार्यालय में पहुंच गए थे। वहां पहुंचने के बाद इन लोगों को मालूम पड़ा कि सर्वर डाउन है। इसके बाद लोगों के द्वारा सर्वर के सही होने और रजिस्ट्री का कार्य शुरू होने का इंतजार किया जाने लगा। इंतजार की यह बेला सुबह से शुरू हुई जो शाम तक समाप्त नहीं हो सकी। कल 1 मिनट के लिए भी संपदा 1.0 में काम काज शुरू नहीं हो सका। इस स्थिति के चलते हुए एक भी रजिस्ट्री नहीं हो पाई। जिन लोगों को रजिस्ट्री कराना थी वे लोग सुबह से लेकर शाम तक परेशान होते रहे। इन परेशान होते नागरिकों की परेशानी को सुनने के लिए पंजीयन विभाग के विभिन्न कार्यालय से अधिकारी भी गायब हो गए थे। इन अधिकारियों ने जैसे ही देखा कि सर्वर डाउन है और लोगों की भीड़ लग गई है तो वह धीरे से अपने कार्यालय से इधर-उधर हो गए।
संपदा 2.0 में हुई 249 रजिस्ट्री
कल बुधवार के दिन ही संपदा 2.0 के तहत इंदौर जिले में 249 रजिस्ट्री हुई है। इस रजिस्ट्री से स्टाम्प ड्यूटी के राजस्व के रूप में 1.93 करोड रुपए की आय प्राप्त हुई है। इस सॉफ्टवेयर में भी कल के दिन बहुत ज्यादा समस्या रही। सॉफ्टवेयर बहुत ज्यादा धीमी गति के साथ चल रहा था। ऐसे में डाटा सेव करना मुश्किल हो रहा था। एक रजिस्ट्री को करने में ढाई घंटे का समय कम से कम लग रहा था। ऐसे में लोग भी परेशान हो रहे थे और सर्विस प्रोवाइडर भी तकनीक और हालात को दोष देते हुए नजर आ रहे थे।
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