
इंदौर। हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज 2026 के लिए बुजुर्ग यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नियमों में कुछ बदलाव किए हैं। इसके तहत अब 65 वर्ष से ज्यादा आयु के यात्री अपने साथ सहयोगी ले जा सकेंगे। पहले यह छूट 75 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के यात्रियों को ही मिलती थी। खास बात यह है की पहली बार सहयोगी अगर पति-पत्नी या भाई, बहन है तो उसकी आयु 60 से 65 वर्ष के बीच होने पर भी मान्य की जाएगी। हज 2026 के लिए हाल ही में सेंट्रल हज कमेटी ने नई गाइड लाइन जारी की है। इसे लेकर राज्य हज कमेटी ने भी हज यात्रियों को यह सूचना दी है कि वह नए नियमों के तहत आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष रफत वारसी ने बताया कि 65 वर्ष से अधिक आयु के हज यात्री अपने साथ हज यात्रा पर एक सहयोगी को ले जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि 31 जुलाई आवेदन की आखिरी तारीख है, इसलिए आवेदक समय से पहले सभी दस्तावेज तैयार कर आवेदन कर दें। मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष और राज्य हज कमेटी के सदस्य सन्नवर पटेल ने बताया कि पहले सिर्फ 75 वर्ष से ज्यादा आयु के हज यात्री ही अपने साथ किसी सहयोगी को ले जा सकते थे, लेकिन अब 65 वर्ष से अधिक आयु के यात्रियों के लिए भी हज कमेटी ने यह छूट दी है, जिससे बुजुर्ग हज यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी।
सहयोगी के लिए यह नियम था कि उसकी उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच होना चाहिए। इस नियम को बरकरार रखने के साथ ही पहली बार एक नया नियम जोड़ा गया है जिसके तहत अगर 65 वर्ष से अधिक आयु के हज यात्री का सहयोगी उसका पति, पत्नी या भाई, बहन होता है तो उसकी आयु 60 से 65 वर्ष के बीच भी होने पर उसे सहयोगी होने की पात्रता दी जाएगी। नए नियम से परिवार के साथ जाने वाले बुजुर्ग यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी। हज यात्री और सहयोगी को आवेदन के साथ अपना स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य है, जिसमें उन्हें यात्रा के लिए फिट बताया गया हो।
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