
नई दिल्ली । पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी (Former Chief Minister Atishi) अब दिल्ली विधानसभा में (Now in Delhi Assembly) नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाएंगी (Will play the role of Leader of Opposition) । रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया।
दिल्ली विधानसभा का तीन दिन का विशेष सत्र 24 फरवरी से 27 फरवरी तक होगा। महाशिवरात्रि के मौके पर 26 फरवरी को अवकाश रहेगा। इस सत्र को लेकर पार्टी के विधायक दल की बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल सहित पार्टी के अन्य बड़े नेता भी मौजूद थे। बैठक में सत्र के एजेंडे पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
आप के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने बैठक के बाद मीडिया को बताया कि आज विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि आतिशी दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता होंगी। चुनौतीपूर्ण समय में आतिशी ने मुख्यमंत्री के तौर पर दिल्ली की जनता की सेवा की है। आप एक रचनात्मक विपक्ष की जिम्मेदारी निभाएगी।
आतिशी ने कहा कि वह इस जिम्मेदारी के लिए अरविंद केजरीवाल और विधायक दल का शुक्रिया अदा करती हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने हमें चुनाव में विपक्ष की भूमिका दी है। आम आदमी पार्टी विधानसभा में जनता की आवाज उठाने की जिम्मेदारी पूरी तरह निभाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के लोगों से कई वादे किए हैं, जिनके आधार पर दिल्ली के लोगों ने उन्हें चुना है। अब एक विपक्ष के तौर पर हमारी जिम्मेदारी रहेगी कि भारतीय जनता पार्टी ने जो-जो वादे किए, आम आदमी पार्टी विपक्ष में रहते हुए उन वादों को पूरा करवाए। उन्होंने कहा कि आप के दो प्रमुख एजेंडे हैं। सबसे पहला यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करने के लिए सरकार पर दबाव बनाना। दूसरा यह है कि पिछली अरविंद केजरीवाल की सरकार ने जो काम किए हैं, उन्हें सरकार बंद न करवाए।
आतिशी ने कहा कि हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री का बयान आया है कि कई मोहल्ला क्लीनिक बंद करवाए जाएंगे। यदि ऐसा कुछ होता है तो विधानसभा के अंदर या फिर बाहर सड़कों पर हम दिल्लीवालों के हकों के लिए लड़ाई लड़ेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं यह वादा किया था कि दिल्ली की पहली कैबिनेट में महिलाओं को ढाई हजार रुपये महीना दिए जाने का फैसला किया जाएगा और 8 मार्च को इसकी पहली किस्त आ जाएगी। आतिशी ने कहा कि कैबिनेट की पहली बैठक हो गई, लेकिन महिलाओं के लिए इस योजना को पारित नहीं किया गया। विपक्ष के तौर पर भारतीय जनता पार्टी की जवाबदेही तय करनी हमारी जिम्मेदारी रहेगी। कैग रिपोर्ट को लेकर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने ये रिपोर्टें विधानसभा अध्यक्ष के पास भेजी थीं। ये रिपोर्ट सदन के सम्मुख प्रस्तुत होनी ही थीं। इसलिए, भारतीय जनता पार्टी द्वारा इसका क्रेडिट लेना सही नहीं है।
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