
पलासिया से अंडरग्राउंड करने में भविष्य में बनने वाले फ्लायओवर की समस्या सामने आई
इंदौर। अभी 31 मई को प्रधानमंत्री (PM) नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट (Indore Metro Project) का लोकार्पण कर दिया, जिसमें मात्र 6 किलोमीटर के कॉरिडोर (Corridor) पर ही अभी यात्री संचालन शुरू किया गया है। मगर उसके साथ ही अब अंडरग्राउंड ट्रैक (underground track) पर भी जल्द काम शुरू करने का दबाव मध्यप्रदेश मेट्रो कॉर्पोरेशन रपर पडऩे लगा है, क्योंकि जब तक 32 किलोमीटर का पहले चरण का पूरा ट्रैक तैयार नहीं होगा तब तक इंदौर मेट्रो का लाभ पूरी तरह से नहीं मिल सकेगा।
मेट्रो कॉर्पोरेशन एक बार अंडरग्राउंड ट्रैक के टेंडर निरस्त कर चुका है और कुछ माह पूर्व दूसरी बार जब टेंडर बुलाए तो उसमें हिन्दुस्तान कंस्ट्रक्शन कम्पनी और टाटा प्रोजेक्ट द्वारा संयुक्त रूप से डाले गए टेंडर को मंजूरी दी गई, जिसमें 2191 करोड़ की राशि से 8.626 किलोमीटर का अंडरग्राउंड ट्रैक निर्मित किया जाना है। अभी गांधी नगर स्टेशन से लेकर टीसीएस चौराहा तक का 6 किलोमीटर का कॉरिडोर यात्री संचालन के लिए शुरू कर दिया है और उसके आगे एमआर-10, विजय नगर से रेडिसन चौराहा तक के कॉरिडोर को साल के अंत तक पूरा करने का दावा किया गया है। अभी रोबोट चौराहा से खजराना तक एलिवेटेड का काम चल रहा है, तो उसके आगे पलासिया-एमजी रोड तक यह एलिवेटेड कॉरिडोर आएगा और उसके बाद एमजी रोड से रीगल, राजवाड़ा, बड़ा गणपति, रामचंद्र नगर होते हुए एयरपोर्ट तक अंडरग्राउंड ट्रैक निर्मित किया जाना है। मगर शहर के कुछ जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ क्षेत्र के दुकानदारों ने रुट परिवर्तन की मांग कर दी। मगर अब इस टेंडर पर जल्द काम शुरू करने का दबाव जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अफसरों पर भी आ गया है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved