
नई दिल्ली। जर्मन संसद ने बुधवार को ओल्फ स्कॉल्ज को देश का नया चांसलर चुन लिया। वह मौजूदा चांसलर एंगेला मर्केल का स्थान लेंगे। समाचार एजेंसी एएफपी ने यह खबर दी।
सितंबर में मामूली अंतर से जीत हासिल की थी
स्कॉल्ज (63) की ‘सोशल डेमोक्रेट्स’ पार्टी ने 26 सितंबर को हुए चुनाव में मामूली अंतर से जीत हासिल की थी। इसके बाद से वह ‘ग्रीन’ पार्टी और ‘फ्री डेमोक्रेट्स’ पार्टी के साथ गठबंधन सरकार को लेकर बातचीत कर रहे थे। इन दलों के बीच 24 नवंबर को समझौता हुआ था।
मर्केल की 16 साल बाद बिदाई
स्कॉल्ज के नेतृत्व में तीनों दल गठबंधन सरकार बनाएंगे। मौजूदा चांसलर एंजेला मर्केल की पार्टी के नेतृत्व वाला मध्यमार्गी-दक्षिणपंथी यूनियन ब्लॉक 16 वर्ष के शासन के बाद विपक्ष में चला जाएगा।
2005 से मर्केल के हाथ रही जर्मनी की कमान
एंगेला मर्केल पांचवें कार्यकाल के लिए पहले से ही होड़ में नहीं थीं। वे 2005 से देश की मुखिया रही हैं। तीन दलों के गठबंधन में जिन मुद्दों पर सहमति बनी हैं वे बताते हैं कि देश में 16 सालों से शासन करने वाली चांसलर एंगेला मर्केल के रूढ़िवादी प्रभाव को खत्म कर दिया जाएगा।
भांग की बिक्री को कानूनी मान्यता देंगे
समझौते में लाइसेंस प्राप्त दुकानों से भांग की बिक्री की कानूनी मान्यता, 16 से कम उम्र वालों को मतदान की मान्यता और विज्ञापन देने पर पाबंदी लगाने वाले नाजी काल के अनुच्छेद 219-ए को रद्द करना शामिल हैं।
देश में 3 वर्ष बिताने पर मिलेगी नागरिकता
इसके अलावा एक नया नागरिकता कानून भी लाया जाएगा जिससे जर्मनी में आने वाले लाखों अप्रवासियों के लिए दो बेहद जरूरी चीजें और आसान हो जाएंगी। अप्रवासियों को देश में सिर्फ तीन साल बिताने के बाद भी नागरिकता मिल सकेगी और जर्मन नागरिक बनने के बाद उन्हें अपनी पूर्व नागरिकता भी रखे रहने की अनुमति मिलेगी।
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