
नई दिल्ली। ऑनलाइन गेमिंग बिल (Online Gaming Bill) पास होने के बाद फैंटेसी गेमिंग कंपनी ड्रीम11 (Fantasy Gaming Company Dream11) अपने रियल मनी गेमिंग कारोबार (Real Money Gaming Business) को बंद करने की तैयारी कर रही है। सूत्रों के अनुसार, कंपनी ने कर्मचारियों को यह जानकारी दी है। रियल-मनी गेम्स कारोबार से ड्रीम स्पोर्ट्स की सालाना आय का करीब 67% हिस्सा आता था। हालांकि, कंपनी ने स्पष्ट किया है कि जिन ग्राहकों का पैसा ड्रीम11 के वॉलेट में हैं, वह उसे निकाल सकेंगे।
ऑनलाइन गेमिंग विधेयक-2025 संसद से पारित होने के बाद देशभर में संचालित रियल-मनी गेम्स पर पूरी तरह प्रतिबंध लग गया है। इनमें फैंटेसी स्पोर्ट्स, पोकर, रमी और सट्टेबाजी-शैली वाले ऐप शामिल हैं। इसी के साथ इन ऐप्स के वॉलेट में गेम खेलने वालों की रकम अटकने का खतरा भी बढ़ गया है। वहीं, ऑनलाइन गेमिंग मंच जूपी ने अपने भुगतान आधारित गेम बंद करने का फैसला लिया है। कंपनी ने साफ किया कि उसके मुफ्त वाले गेम पहले की तरह उपलब्ध रहेंगे।
700 से अधिक विदेशी ऑनलाइन मनी गेमिंग कंपनियां
खासकर इन ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स में, जो विदेशों से संचालित हो रहे हैं। वर्तमान में 700 से अधिक विदेशी ऑनलाइन मनी गेमिंग कंपनियां सक्रिय हैं, जिन्होंने यूपीआई को भुगतान विकल्प के रूप में जोड़ रखा है। बीते कई दिनों में यूपीआई के जरिए इन कंपनियों में लेनदेन में काफी उछाल आया है, लेकिन नए विधेयक में किए गए कड़े प्रावधान के बाद इन पर पूरी तरह रोक लगेगी और भुगतान रोक दिया जाएगा। माना जा रहा है कि इससे इन ऐप्स का उपयोग करने वाले लोगों की रकम अटक सकती है।
रकम निकालने की अफरा-तफरी
नया विधेयक आने के बाद ऑनलाइन मनी गेमिंग पोर्टल और ऐप्स से गेमर्स द्वारा अपने वॉलेट से रकम निकालने की अफरा-तफरी मच गई है। इस स्थिति को संभालना गेमिंग कंपनियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है। इसमें ‘बैंक रन’ जैसी स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है, क्योंकि सभी कंपनियों के पास पर्याप्त नकद संसाधन उपलब्ध नहीं हैं। बैंक रन ऐसी स्थिति होती है, जिसमें बड़ी संख्या में ग्राहक अचानक एक साथ अपना पैसा निकालने लगते हैं तो वित्तीय संस्थान के पास पर्याप्त नकदी नहीं बचती। इससे स्थिति और बिगड़ जाती है।
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