
नई दिल्ली । पाकिस्तान(Pakistan) के पाले हुए आतंकियों(terrorists) ने भारत के एक्शन(India’s action) के डर से PoK खाली करना शुरू कर दिया है। हाल ही में सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आई है कि जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन (HM) जैसे पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह अब PoK छोड़कर खैबर पख्तूनख्वा (KPK) प्रांत में अपना नया अड्डा बनाने की तैयारी कर रहे हैं। दरअसल ऑपरेशन सिंदूर के बाद से आतंकियों का खून सफेद पड़ गया है। बीते 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाक और पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इस ऑपरेशन के तहत भारत ने 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया था।
शुक्रवार को खुफिया सूचनाओं का हवाला देते हुए सूत्रों ने बताया है कि आतंकी भारतीय हमलों को देखते हुए अब PoK को सुरक्षित ठिकाने के रूप में नहीं देख रहे। वहीं KPK रणनीतिक रूप से अहम जगह पर स्थित है। सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी समूहों की इन गतिविधियों को पाकिस्तान की सरकार से भी मदद मिल रही है। हाल ही में पुलिस संरक्षण में आयोजित जैश-ए-मोहम्मद और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआई) जैसे राजनीतिक-धार्मिक संगठनों की सभाएं सरकार की भागीदारी की स्पष्ट गवाही दे रहे हैं।
सूत्रों ने आगे बताया कि हाल ही में आतंकवादी समूहों के मूवमेंट से संबंधित एक बड़ी घटना KPK के मनसेहरा जिले के गढ़ी हबीबुल्लाह में हुई, जहां जैश-ए-मोहम्मद ने 14 सितंबर, 2025 को भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच शुरू होने से कुछ घंटे पहले एक सार्वजनिक भर्ती अभियान चलाया था। एक सूत्र ने कहा, “यह कार्यक्रम, जो कथित तौर पर एक ‘धार्मिक सभा’ के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था, जैश-ए-मोहम्मद और जेयूआई द्वारा संयुक्त रूप से संचालित एक समन्वित लामबंदी प्रयास था।
इस कार्यक्रम में जैश-ए-मोहम्मद के अमीर मसूद इलियास कश्मीरी उर्फ अबू मोहम्मद ने खुद सभा को संबोधित किया था। अबू मोहम्मद भारत में मोस्ट वांटेड आतंकी है जो जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मौलाना मसूद अजहर का करीबी है और ऑपरेशन सिंदूर के बाद जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को दोबारा खड़ा करने में अहम भूमिका निभा रहा है। एक अन्य सूत्र ने बताया कि विश्लेषण से पता चलता है कि रैली का वास्तविक उद्देश्य मनसेहरा में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण केंद्र के लिए भर्ती करना था, जिसे मरकज शोहदा-ए-इस्लाम के नाम से जाना जाता है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद से इस कार्यक्रम का विस्तार हो रहा है।
PoK के ठिकाने तबाह
7 मई को भारतीय वायु सेना ने PoK दर्जनों आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इस दौरान वायुसेना ने बहावलपुर में मरकज सुभानल्लाह और मुरीदके के पास मरकज तैयबा सहित कई आतंकी ठिकानों पर हमला किया। अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित, यह कैंप जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वार्टर था और इसका इस्तेमाल आतंकवादियों की भर्ती, प्रशिक्षण और उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए किया जाता था। वहीं मरकज तैयबा, हाफिज सईद के नेतृत्व वाले लश्कर-ए-तैयब का मुख्यालय था। इस कैंप में प्रशिक्षित आतंकवादी 2008 के मुंबई हमलों सहित भारत में कई हमलों में शामिल रहे थे।
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