
शिक्षकों ने निकाली रैली, सौंपे ज्ञापन
इंदौर। शासन (Government) के ई-अटेंडेंस (e-attendance) आदेश के विरोध में शिक्षक संगठन (Teachers’ Organization) अलग-अलग जिलों में धरना प्रदर्शन और ज्ञापन सौंप रहे हैं। शिक्षकों कहना है कि पहले पोर्टल की खामियां दूर करें और सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए इसे एक समान रूप से लागू किया जाए। साथ ही शिक्षा की समस्याओं का निराकरण पहले हो, यह व्यवस्था सभी शासकीय कर्मचारियों पर समान रूप से लागू की जाए। इंदौर में शिक्षकों ने मालव कन्या स्कूल से रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय में मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन तहसीलदार बहादुरसिंह राजपूत को सौंपा। संचालन आनंद हार्डिया ने किया व आभार पवन मोहनिया ने माना। मध्यप्रदेश शासकीय शिक्षक संगठन के बैनर तले हुए इस विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से हरीश मोहित, अशोक मालवी, प्रवीण यादव सहित सैकड़ों शिक्षकों ने सहभागिता की।
यह प्रमुख मांगें
शिक्षकों से केवल शिक्षण कार्य ही कराया जाए। 3.0 पोर्टल की तकनीकी कमी को पहले दूर किया जाए। किसी भी शिक्षक से बीएलओ कार्य, सर्वे कार्य न कराया जाए। ऑनलाइन कार्य, मैपिंग, फीडिंग, अपर आईडी, जाति, बच्चों को स्कूल लाने की व्यवस्था आदि हेतु एक कर्मचारी की नियुक्ति आउटसोर्स से अलग से की जाए। अवकाश दिनों में कार्य करने या अतिरिक्त समय तक कार्य करने पर अतिरिक्त अवकाश मिले। मध्यप्रदेश शासन-प्रशासन के सभी 52 विभाग के अधिकारीगण एवं कर्मचारी पर भी ई-अटेंडेंस को लागू करें, केवल शिक्षकों पर नहीं। नेट पैक का अतिरिक्त खर्च कर्मचारी को दिया जाए। ऑनलाइन हाजिरी के कारण भागमभाग में दुर्घटना होने की संभावना होती है। अधिकांश विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र में हैं, जहां बस से, कई अन्य साधनों से जाते हैं। बस के देरी के कारण समय पर नहीं पहुंच पाने से अनुपस्थिति लग सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या आज भी है।
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