
इंदौर। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार द्वारा पिछले विधानसभा चुनाव में वोट चोरी के आधार पर भाजपा द्वारा 27 सीटों पर जीत दर्ज करने का आरोप लगाया है। इसमें दो सीटें इंदौर की है। सिंघार ने कल भोपाल में कहा कि वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव के पहले जनवरी से 2 अगस्त तक 7 महीने की अवधि में प्रदेश में 4 लाख मतदाताओं के नाम जोड़े गए। इसके बाद 2 अगस्त से चार अक्टूबर तक दो महीने में 16 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जोड़े गए। इस दौरान 9 जून को चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश साहित पांच राज्यों में मतदाता सूची में किए जा रहे संशोधन को वेबसाइट पर प्रकाशित नहीं करने और किसी के साथ साझा नहीं करने का आदेश जारी किया।
उन्होंने कहा कि 2 दिसंबर 22 को राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा विभिन्न जिलों को 8.51 लाख नकली और डुप्लीकेट मतदाताओं के प्रविष्टि हटाने के निर्देश दिये गए थे। इस निर्देश के परिप्रेक्ष्य में किस जिले में कौन सी प्रविष्टि हटाई गई, इसका खुलासा नहीं किया गया है। मध्य प्रदेश के 27 विधानसभा क्षेत्र में जो बड़ी संख्या में मतदाता जोड़े गए, उसके कारण नाममात्र के अंतर से कांग्रेस के प्रत्याशी की हार हुई है। यह मतदाता भाजपा को अनैतिक लाभ देने के लिए जोड़े गए थे। उन्होंने उन सभी 27 विधानसभा क्षेत्र की जो सूची जारी की, इसमें इंदौर के भी दो विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
देपालपुर में जितने मतदाता जोड़े उससे 300 वोट कम से हारे
उन्होंने कहा कि देपालपुर विधानसभा क्षेत्र में 2 अगस्त 2023 के दिन 2 लाख 53 हजार 412 मतदाता थे, जो कि चार अक्टूबर 2023 को बढक़र 2 लाख 67 हजार 360 मतदाता हो गए। इस विधानसभा क्षेत्र में 13948 मतदाता जोड़े गए। यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी 13698 मतों से पराजित हुआ।
इंदौर 5 में 23000 से ज्यादा मतदाता जोड़े
सिंघार ने बताया कि इंदौर विधानसभा पांच में 2 अगस्त 2023 को मतदाताओं की संख्या 389928 थी, जबकि यह संख्या चार अक्टूबर 2023 को बढक़र 413447 हो गई। इस तरह इस विधानसभा क्षेत्र में ही 23519 मतदाता जोड़े गए। इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी 15671 वोटों से पराजित हुआ है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved