
डेस्क: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और हैदराबाद (Hyderabad) से सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi ) ने हाल ही में सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया जैसे देशों में भारत सरकार द्वारा भेजे गए प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में पाकिस्तान (Pakistan) के आतंकवाद समर्थक रुख को उजागर किया. इस मिशन के तहत उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी साझा की और पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में डालने की मांग की.
विदेश में पाकिस्तान के खिलाफ मुखर रहने के बाद जब ओवैसी भारत लौटे तो हैदराबाद में उनका भव्य स्वागत किया गया. शहर के कई मेट्रो स्टेशन पिलर्स और प्रमुख चौराहों पर उनके स्वागत में पोस्टर लगाए गए, जिनमें लिखा था- “आतंकवाद के खिलाफ खड़ा एक शख्स, पाकिस्तान के खिलाफ खड़ा एक सच, गर्व के साथ… भारत के दुश्मन को बेनकाब किया.”
सऊदी अरब में ओवैसी ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि वह झूठा प्रचार करता है कि भारत मुस्लिम विरोधी है, जबकि भारत में 24 करोड़ मुसलमान गर्व के साथ रहते हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की विचारधारा दाईश और अलकायदा से मेल खाती है. अल्जीरिया में भी उन्होंने पाकिस्तान के आतंकी संगठनों की आलोचना की और कहा कि पाकिस्तान के आतंकी संगठनों और अलकायदा की विचारधारा में कोई अंतर नहीं है.
ओवैसी की वापसी पर AIMIM कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखा गया. उन्होंने ओवैसी को एक राष्ट्रीय हीरो के रूप में प्रस्तुत किया और उनके प्रयासों की सराहना की. सोशल मीडिया पर भी ओवैसी की वापसी को लेकर चर्चा जोरों पर रही.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved