
नई दिल्ली । संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में आयोजित एआई इनोवेशन डायलॉग (AI Innovation Dialogue) के दौरान पाकिस्तान (Pakistan) के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Defence Minister Khawaja Asif) ने अपने संबोधन में कम से कम सात बार शब्दों का गलत उच्चारण या फंबलिंग की, जिसके चलते वे सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो गए। यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेस की अध्यक्षता में आयोजित इस संवाद में आसिफ ने एआई और भारत-पाक तनावों पर चर्चा की। हालांकि, उनके विचारों से ज्यादा सुर्खियां उनके लगातार फिसलते शब्दों ने बटोरीं।
उन्होंने breathtaking pace के बजाय breathtaking space कहा और तुरंत सुधारा। risk को riks, development को developend और first time को sirst time कहा। six pillars बोलते समय भी वे अटक गए और six pip-pillars कह बैठे। इसके अलावा instability और technological disparities जैसे कठिन शब्दों पर भी वे लड़खड़ा गए।
भाषण का एक कंपाइलेशन वीडियो समाचार एजेंसी एएनआई ने इंस्टाग्राम पर साझा किया, जिसके बाद यूजर्स ने आसिफ को बुरी तरह ट्रोल किया। एक यूज़र ने लिखा, ऑपरेशन सिंदूर ने इन्हें हिला दिया है। दूसरे ने तंज कसा, बोलते वैसे ही हैं जैसे उनकी क्रिकेट टीम खेलती है। एक ने लिखा, ”लगता है जैसे अचानक क्लास में टीचर ने पढ़ने के लिए खड़ा कर दिया हो।” कुछ ने गंभीर टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसे उम्रदराज नेताओं को अब संन्यास लेना चाहिए, ये अपने देश और दुनिया दोनों के लिए मदद से ज्यादा बोझ साबित हो रहे हैं।
यह पहली बार नहीं है जब ख्वाजा आसिफ अपने बयानों और चूकों को लेकर ट्रोल हुए हों। हाल ही में पाकिस्तान में बाढ़ के दौरान उन्होंने जनता से अपील की थी कि पानी को कंटेनरों और टबों में स्टोर कर लें, इसे अल्लाह की नेमत समझें। कुछ महीने पहले उन्होंने संसद में दावा किया था कि पाकिस्तान के साइबर वॉरियर्स ने भारत में आईपीएल मैच के दौरान स्टेडियम की फ्लडलाइट बंद कर दी थी। उन्होंने कहा था, “हमारे बच्चों ने यह सब किया है। डैम खोले, साइबर अटैक किए और भारत की लाइटें बंद कीं।”
इस बयान के बाद भी सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हुई थी। एक यूजर ने लिखा था, “जान लीजिए, IPL की फ्लडलाइट्स वाई-फाई से नहीं, सिक्योर इलेक्ट्रिकल सिस्टम से चलती हैं। इन्हें हैक करना होम राउटर की तरह आसान नहीं है।”
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