
नई दिल्ली । पहलगाम आतंकी हमले(Pahalgam terror attack) के बाद भारत(India) के साथ बढ़ते तनाव के बीच, (In the midst of tension)पाकिस्तान(Pakistan) ने अपनी सैन्य तैयारियों(Military preparedness) को तेज कर दिया है। पाकिस्तान ने अपनी वायु रक्षा प्रणालियों और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरणों को सीमा के पास और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में अग्रिम स्थानों पर तैनात किया है। इसके साथ ही, पाकिस्तान ने अपनी सैन्य तत्परता को परखने के लिए व्यापक हवाई अभ्यास शुरू किए हैं।
पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत की ओर से “किसी भी समय” हमला हो सकता है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि भारत की संभावित कार्रवाई को देखते हुए पाकिस्तानी सेनाएं पूरी तरह तैयार हैं और अग्रिम मोर्चों पर तैनाती बढ़ा दी गई है। पाकिस्तान के कई सीमावर्ती क्षेत्रों में एयर डिफेंस सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर यूनिट्स और भारी सैन्य टुकड़ियों की तैनाती की गई है। खासतौर पर सियालकोट और लाहौर सेक्टरों में एयर रेडार सिस्टम लगाए गए हैं ताकि भारतीय वायुसेना की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।
पाकिस्तान के हवाई अभ्यास शुरू
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी वायु सेना ने ‘फिजा-ए-बद्र’ और ‘ललकार-ए-मोमिन’ जैसे बड़े पैमाने पर हवाई अभ्यास शुरू किए हैं, जिनमें जे-10सी, जेएफ-17 ब्लॉक III और एफ-16 जैसे लड़ाकू विमानों को शामिल किया गया है। विशेष रूप से, कराची की रक्षा के लिए पाकिस्तान ने अपनी सबसे एडवांस एचक्यू-9/पी वायु रक्षा प्रणालियों को तैनात किया है, जो हवाई और समुद्री खतरों से निपटने में सक्षम बताई जा रही हैं। इसके अलावा, सियालकोट सेक्टर में रडार प्रणालियों को मजबूत किया गया है और बख्तरबंद व पैदल सेना डिवीजनों को भी तैनात किया गया है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि भारत की ओर से “आसन्न सैन्य कार्रवाई” की आशंका के चलते ये कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा, “हम हाई अलर्ट पर हैं और अपनी सेनाओं को मजबूत कर रहे हैं।” हालांकि, पाकिस्तान ने पहलगाम हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और इसे “निष्पक्ष जांच” की मांग की है।
इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम और लंबी दूरी के रॉकेट लॉन्चर्स तैनात
रिपोर्ट के अनुसार, फिरोजपुर सेक्टर के सामने वाले इलाकों में पाकिस्तानी इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम सक्रिय कर दिए गए हैं। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के बाघ, रावलकोट और तोली पीर में पाकिस्तान की 6वीं आर्मर्ड डिवीजन और 7वीं इन्फैंट्री डिवीजन की गतिविधियां देखी गई हैं। ये दोनों डिवीजन आमतौर पर पंजाब और गुजरांवाला में तैनात रहती हैं, इसलिए उनकी यहां मौजूदगी असामान्य मानी जा रही है। इन इलाकों में चीनी मूल के A-100 मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) भी तैनात किए गए हैं, जिनकी मारक क्षमता 100 किलोमीटर से अधिक बताई जा रही है। चंब सेक्टर में KRL-122 MBRL और अल खालिद मुख्य युद्धक टैंक देखे गए हैं।
भारतीय सेना को मिली ऑपरेशनल फ्रीडम: प्रधानमंत्री मोदी
इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को साफ कहा कि भारतीय सेना को पूरी ऑपरेशनल आजादी दी गई है कि वह इस आतंकी हमले का जवाब कब, कैसे और कहां देना चाहती है। इससे संकेत मिलते हैं कि भारत की प्रतिक्रिया सीमित नहीं होगी और यह आतंकी ठिकानों के खिलाफ लक्षित कार्रवाई हो सकती है।
पाक वायुसेना हाई अलर्ट पर
पाकिस्तान वायुसेना भी हाई अलर्ट पर है। नूर खान एयरबेस (रावलपिंडी) को हाल ही में एफ-16सी फाइटर जेट्स से मजबूत किया गया है, जबकि स्कार्दू एयरबेस पर चीनी JF-17 फाइटर जेट्स की तैनाती की गई है। पाकिस्तान के दक्षिणी हिस्से में ‘जर्ब-ए-हैदरी’ नामक एक बड़ा सैन्य अभ्यास चल रहा है, जिसमें J-10C, JF-17 Block III और F-16 जेट्स हिस्सा ले रहे हैं। कराची की सुरक्षा के लिए HQ 9/P एयर डिफेंस सिस्टम की तैनाती की गई है।
सीमा पर लगातार फायरिंग, हालात बेहद तनावपूर्ण
पिछले छह दिनों से नियंत्रण रेखा (LoC) पर फायरिंग की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। पाकिस्तान की ओर से पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा से PoK में अतिरिक्त सैनिकों को भेजा गया है। स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है और दोनों देशों की सेनाएं युद्ध जैसी तैयारियों में जुटी हुई हैं।
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