
नई दिल्ली. पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब प्रांत (Punjab Province) के चनाब नगर में शुक्रवार को अहमदी (Ahmadi) समुदाय की धार्मिक स्थल बेत-उल-महदी मस्जिद (Bait-ul-Mahdi Mosque) पर आतंकी हमला हुआ. यह मस्जिद अहमदिया मुस्लिम समुदाय का मुख्य केंद्र है. जुमे की नमाज़ के तुरंत बाद हुए इस हमले में कई वॉलंटियर घायल हो गए, जबकि सुरक्षा कर्मियों की जवाबी कार्रवाई में एक हमलावर ढेर हो गया.
चश्मदीदों और स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, सशस्त्र हमलावर नमाज़ के बाद मस्जिद परिसर में घुसने की कोशिश कर रहे थे. उस समय बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. अहमदी समुदाय के वॉलंटियर्स ने तुरंत कार्रवाई करते हुए हमलावरों को अंदर घुसने से रोक दिया. दोनों ओर से गोलियां चलीं, जिसमें एक हमलावर मारा गया.
समुदाय के प्रवक्ताओं के मुताबिक, वॉलंटियर्स की सतर्कता और साहस के कारण एक बड़ी त्रासदी टल गई. उन्होंने बताया कि अगर हमलावर मस्जिद के भीतर पहुंच जाते, तो नुकसान कहीं अधिक हो सकता था. घायल वॉलंटियर्स को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
पाकिस्तान में अमहदी मुसलमान पर होता है टारगेटेड अटैक
यह हमला पाकिस्तान में अहमदी मुस्लिम समुदाय पर बढ़ते हमलों की सीरीज का एक और उदाहरण है. अहमदी समुदाय लंबे समय से धार्मिक भेदभाव और हिंसा का सामना कर रहा है. मानवाधिकार संगठनों के मुताबिक, पाकिस्तान में इस समुदाय के खिलाफ नफरत और हिंसा अक्सर राज्य की चुप्पी के बीच जारी रहती है.
दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की मांग
स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल को घेर लिया है और जांच शुरू कर दी है. अब तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. अधिकारियों ने कहा है कि यह हमला समुदाय को डराने और धार्मिक सद्भाव को कमजोर करने की कोशिश का हिस्सा प्रतीत होता है. अहमदी समुदाय ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और सरकार से मांग की है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाए.
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