
इंदौर। यहां से नहीं वहां से जाओ…अरे समझ नहीं आता क्या, 2 घंटे बाद जांच करा लेना…सीटी स्कैन (CT scan) 2 -3 घंटे बाद भी कराओगे तो कुछ नहीं बिगड़ेगा…जाओ यहां मरीज (patients) नहीं बैठ सकते…आज कैंटीन आम जनता के लिए नहीं है…व्हील चेयर अंदर ही मिलेगी, यहां से मत उठाओ। अरे ये स्ट्रेचर आज मरीजों के लिए नहीं है…हमारी व्यवस्था मत बिगाड़ो, जाओ 2 घंटे बाद आना…
कोई चक्कर तो कोई सिरदर्द से हुआ परेशान
मुख्यमंत्री मोहन यादव अपने चिर परिचित अंदाज में लोगों से मिले लेकिन उनके इंतजार में दोपहर 1 बजे से नर्सिंग स्टाफ को दर्शक दीर्घा में बैठाया गया था धूप और तपन से कई नर्स जहां चक्कर खाकर गिरने लगी तो वही धूप के कारण सिरदर्द और जी मिचलाने की भी शिकायत करती नजर आर्इं, 2 बजे होने वाला आयोजन शाम 5 बजे पहुंचे मुख्यमंत्री के पहुंचने पर हुआ, लेकिन इस बीच धूप-उमस और हल्की कभी तेज बूंदाबांदी ने काफी परेशान किया। अव्यवस्थाओं के चलते ना तो लगाए गए कुलर में पानी डाला गया न ही छांव के लिए टेंट लगाया गया।
शिशु अस्पताल जाने वाली महिलाओं को 2 घंटे बाद आने का कहा…
अस्पताल के पीछे स्थित चाचा नेहरू अस्पताल जाने के लिए भी महिलाओं और बच्चों को रोक दिया गया। लाख गिड़गिड़ाने के बावजूद भी किसी भी पहुंच मार्ग से अस्पताल जाने की अनुमति नहीं थी। नगर निगम व पुलिस के कर्मचारियों ने पूरे परिसर को बैरिकेड लगाकर लगभग छावनी बना दिया था। खजराना से डेढ़ महीने के मासूम को लेकर पहुंची खालिदा बी ने बताया कि बच्चे को तेज बुखार हैं, अस्पताल लेकर आई हूं, लेकिन 2 घंटे बाद आने का बोल रहे हैं। कल्याण नगर से पहुंची भावना ने बताया कि बहन का बेटा बीमार है उसे लेकर पहुंचे हैं लेकिन जाने नहीं दिया जा रहा।
मरीजों की अपील… हर दिन क्यों नहीं करते इतना साफ अस्पताल
मुख्यमंत्री के स्वागत और आयोजन को लेकर नगर निगम ने पूरे परिसर को साफ सुथरा कर दिया। चाचा नेहरू अस्पताल और मरच्युरी की तरफ जाने वाले रास्तों के गड्ढे, कीचड़ ,पानी के भराव साफ करने के साथ-साथ रोड का पैच वर्क भी 3 घंटे में कर दिया । बारिश के दौरान उगी झाडिय़ो को काटा गया। एंबुलेंस व अन्य वाहनों की आवाजाही से बने गड्ढे पर चूरी डाली गई, जिन्हें तुरंत ठीक किया जा सकता था। वहां दुरुस्ती हुई जहां खराबी नजर आई वहां बैनर पोस्टर लगा दिए गए । खण्डवा से आई ख्याति बाई ने कहा कि जिस तरह से आज अस्पताल के अंदर सैनिटाइजर, कीटनाशक,ख ुशबूदार फिनायल का छिडक़ाव कर साफ सफाई की गई है, पूरे फर्श को मशीन से साफ कर चमकाया गया है, वह रोज क्यों नहीं किया जाता। ज्ञात हो की इसी काम के लिए कंपनी को एमवाय प्रबंधन महीने के लाखों रुपए अदा करता है।
मुख्यमंत्री के आने के पहले चूहे तलस्ते रहे कर्मचारी
मुख्यमंत्री के आने के पहले सफाई कर्मचारी पूरे अस्पताल में चूहा ढूंढते नजर आए ।सुबह से ही जिन दीवारों पर सीलन और फंगस लगी थी उन्हें भी रंग रोगन कर खूबसूरत बनाया गया। मरीज को लाने ले जाने के लिए जिन स्ट्रेचर का इस्तेमाल किया जाता है उन पर चादर भी नहीं बिछाया जाता लेकिन कल मोटे गद्दे बिछाए गए। मरीज ने कहा इन सुविधाओं के हकदार हम हैं लेकिन हमें ही नसीब नहीं।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved