
कीव। करीब चार साल से जारी यूक्रेन-रूस युद्ध (Russia Ukraine War) को खत्म करने की दिशा में एक अहम कूटनीतिक पहल सामने आई है। अमेरिका (America) और यूक्रेन कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति के करीब पहुंच गए हैं, लेकिन यूक्रेन के पूर्वी इलाकों पर नियंत्रण और जापोरिजिया परमाणु बिजली संयंत्र को लेकर मतभेद अब भी बने हुए हैं।
जेयह मसौदा हाल के दिनों में फ्लोरिडा में हुई लंबी बातचीत के बाद तैयार हुआ है। इस योजना को रूस के सामने रखा गया है और मॉस्को से जवाब की उम्मीद की जा रही है।
जेलेंस्की ने बताया कि प्रस्तावित योजना में सुरक्षा, आर्थिक पुनर्निर्माण और राजनीतिक स्थिरता से जुड़े कई बिंदु शामिल हैं। इसमें युद्धविराम, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा गारंटी और यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को दोबारा खड़ा करने के उपायों पर सहमति बनी है। अमेरिका और यूक्रेन का मानना है कि इन कदमों से लंबे समय से जूझ रहे संघर्ष को निर्णायक मोड़ मिल सकता है।
यूक्रेन के पूर्वी औद्योगिक क्षेत्र, जहां लंबे समय से संघर्ष चल रहा है, वहां क्षेत्रीय नियंत्रण को लेकर कोई अंतिम सहमति नहीं बन सकी है। ज़ेलेंस्की ने साफ किया कि यूक्रेन अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगा।
यूरोप के सबसे बड़े इस परमाणु संयंत्र की सुरक्षा और संचालन को लेकर अभी समाधान नहीं निकल पाया है। यूक्रेन चाहता है कि यह संयंत्र पूरी तरह अंतरराष्ट्रीय निगरानी में रहे, ताकि किसी भी तरह का परमाणु खतरा न पैदा हो।
जेलेंस्की ने कहा कि अब गेंद रूस के पाले में है। अमेरिका ने यह प्रस्ताव रूसी वार्ताकारों को सौंप दिया है और जल्द ही प्रतिक्रिया आने की उम्मीद है। यदि रूस सकारात्मक रुख दिखाता है तो शांति वार्ता को आगे बढ़ाया जा सकता है, अन्यथा संघर्ष और लंबा खिंच सकता है।
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