
डेस्क: पंजाब (Punjab) और गुजरात (Gujrat) उपचुनाव (By-Election) में मिली सफलता पर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने दिल्ली में जीत का जश्न मनाया. समारोह के मुख्य अतिथि और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने इस जीत के लिए गुजरात-पंजाब की जनता का आभार जताया. उन्होंने कहा कि पंजाब और गुजरात उपचुनाव में जीत के संदेश साफ हैं कि पंजाब में हमारे प्रति जनता का भरोसा बढ़ा है और गुजरात में बदलाव की बयार चल रही है. गुजरात की जनता ने बदलाव की राजनीति को अपना लिया है.
उन्होंने कहा कि यह जीत सिर्फ़ चुनाव की नहीं, भरोसे और उम्मीद की भी है. अरविंद केजरीवाल ने जीत दर्ज करने वाले लुधियाना पश्चिम से नवनिर्वाचित विधायक संजीव अरोड़ा और विसावदर के नव निर्वाचित विधायक गोपाल इटालिया को बधाई दी. और कहा कि हमें उम्मीद है कि संजीव अरोड़ा अपनी विधानसभा में जाकर मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पंजाब को तरक्की में और आगे बढ़ाएंगे. वहीं गोपाल इटालिया विधानसभा में जाकर भाजपा की नाक में दम करेंगे.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक जमाने में कहा जाता था कि अच्छे लोग राजनीति में नहीं आने चाहिए, क्योंकि राजनीति उनके लिए नहीं है. लेकिन आप ने इस धारणा को तोड़ा है. मैं मानता हूं कि अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए, लेकिन मेहनत भी करनी चाहिए ताकि जनता उनका साथ दे. संजीव अरोड़ा और गोपाल इटालिया ने मेहनत की और जनता ने इन्हें भारी समर्थन दिया, जो अद्भुत है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जीत का मार्जिन अद्भुत है. पंजाब में दो साल बाद चुनाव हैं. तीन साल से हमारी सरकार चल रही है. अक्सर कहा जाता है कि तीन साल सरकार चलाने के बाद सत्ता विरोधी लहर आ जाती है. लेकिन संजीव अरोड़ा जिस मार्जिन से जीते, उससे लगता है कि सत्ता विरोधी लहर तो छोड़ो, सत्ता समर्थक लहर है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में नशे के खिलाफ जो युद्ध छेड़ा गया है, वह भी एक बड़ी बात है. गांव-गांव से, छोटे-छोटे परिवारों से हमें जो आशीर्वाद मिल रहा है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसी तरह गुजरात में भी आप की जीत का मार्जिन पिछली बार के मुकाबले दोगुना-तिगुना है. पिछली बार आप बहुत कम मार्जिन से जीती थी, लेकिन इस बार पिछली बार से तीन गुना ज्यादा बड़े अंतर से जीती. यह दिखाता है कि गुजरात की जनता भाजपा के 30 साल के शासन से त्रस्त हो चुकी है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात की यह जीत 2027 के चुनावों का एक संकेत है. यह दिखाता है कि गुजरात की जनता भाजपा से त्रस्त है और अब उनके पास आप के रूप में एक अच्छा विकल्प है. कांग्रेस कोई विकल्प नहीं थी. पिछले चुनाव में कांग्रेस को 17 सीटें मिलीं, जिनमें से 5 विधायक भाजपा में चले गए.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved