
नई दिल्ली । देश में लोगों के कर्ज (Loan) लेने के तरीकों में बड़ा बदलाव आया है। एफडी और Gold पर कर्ज लेने की वालों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। आरबीआई (RBI) के नए आंकड़ों के अनुसार, सालाना आधार पर एफडी (FD) पर कर्ज लेने वाले दोगुना और गोल्ड लोन (Gold Loan) लेने वाले तीन गुना तक बढ़ गए हैं। यह आंकड़ा बीते माह जुलाई का है।
आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई 2024 में स्वर्ण आभूषण गिरवी रख लिए गए कर्ज (गोल्ड लोन) की वृद्धि दर 39 फीसदी थी, जो जुलाई 2025 में बढ़कर 122 फीसदी तक पहुंच गई। इस दौरान बैंकों द्वारा बांटे गए गोल्ड लोन का आंकड़ा 2.94 लाख करोड़ से अधिक हो गया है। जबकि पिछले वर्ष यह रकम 1.32 लाख करोड़ रुपये थी। इसी तरह, एफडी के बदले लिए जाने वाले कर्ज की वृद्धि दर भी पिछले साल के 8.9 फीसदी से बढ़कर 16.7 फीसदी हो गई है। इस दौरान 1.40 लाख करोड़ के लोन जारी किए गए।
अन्य कर्ज की स्थिति
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, सालाना आधार पर व्यक्तिगत ऋण श्रेणी की दर वृद्धि में गिरावट आई है। जुलाई 2024 में यह दर 14 फीसदी थी, जो इस साल घटकर 11.9 फीसदी पर आ गई है। इसी अवधि में अन्य व्यक्तिगत ऋण, वाहन ऋण, उपभोक्ता दीर्घकालिक सामानों पर कर्ज और अन्य व्यक्तिगत ऋणों की वृद्धि दर घटी है।
इसलिए बढ़ रहा रुझान
विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में व्यक्तिगत कर्ज समेत अन्य लोन की दरें अधिक हैं। महंगे कर्ज से बचने के लिए लोग बड़े खर्च टाल रहे हैं और वैकल्पिक रास्ते तलाश रहे हैं। भारतीय उपभोक्ता अब अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए सोना और एफडी को गारंटी बनाकर कर्ज लेना पसंद कर रहे हैं। इससे उन पर अतिरिक्त आर्थिक दबाव नहीं रहता। दूसरा, उन्हें तुरंत नकदी उपलब्ध हो जाती है।
किस कर्ज में कितना उतार-चढ़ाव
लोन जुलाई 2024 जुलाई 2025
गोल्ड लोन 39.0 122.0
एफडी 8.9 16.7
अन्य व्यक्तिगत 14.0 11.9
शिक्षा 19.0 15.0
आवास 12.8 9.6
वाहन 14.6 8.9
(आंकड़े प्रतिशत में)
इसलिए बढ़ा गोल्ड लोन
1. सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी से गोल्ड लोन लेना और देना सुरक्षित हो गया है
2. आसान प्रक्रिया और तुरंत नकदी उपलब्ध होने से यह लोगों की पहली पसंद बना
3. व्यक्तिगत कर्ज के मुकाबले ब्याज दरें भी अपेक्षाकृत कम रहीं।
एफडी पर इसलिए कर्ज बढ़ा
1. बैंकों ने आकर्षक ब्याज दरें दे रहे हैं, जिससे लोग इन्हें तोड़ने के बजाय एफडी को गिरवी रखकर कर्ज़ लेना ज्यादा फायदे का सौदा समझ रहे हैं।
2. यह विकल्प खासकर उन लोगों में लोकप्रिय हुआ है, जो अपने बचत फंड को तोड़े बिना खर्च पूरे करना चाहते हैं।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved