
महू: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार (27 जनवरी, 2025) को मध्य प्रदेश के महू में जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने सत्ताधारी दल बीजेपी और आरएसएस पर रोजगार और संविधान को लेकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा, “हिंदुस्तान में विचारधारा की लड़ाई चल रही है. एक तरफ कांग्रेस है, जो संविधान को मानती है और इसके लिए लड़ रही है. दूसरी तरफ बीजेपी और आरएसएस हैं, जो संविधान के खिलाफ हैं. इसे कमजोर करते हैं और खत्म करना चाहते हैं. संविधान सिर्फ एक किताब नहीं है. इसमें हिंदुस्तान की हजारों साल पुरानी सोच है. इसमें अंबेडकर जी, महात्मा गांधी जी, भगवान बुद्ध, फुले जी जैसे महापुरुषों की आवाज है.”
कांग्रेस सांसद ने कहा, “कुछ दिन पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने था कि हिंदुस्तान को 15 अगस्त, 1947 को आजादी नहीं मिली, वो झूठी आजादी थी. ये सीधा संविधान पर आक्रमण है. बीजेपी ने लोकसभा से पहले भी संविधान को खत्म करने की बात कही थी. इन्होंने कहा था कि अगर 400 सीटें आ गईं तो संविधान बदल देंगे लेकिन उनके सामने कांग्रेस और INDIA गठबंधन के नेता व कार्यकर्ता खड़े हुए. नतीजा ये हुआ कि लोकसभा में नरेंद्र मोदी को संविधान के आगे माथा टेकना पड़ा.”
राहुल गांधी ने कहा, “याद रखिए जिस दिन संविधान खत्म हो गया, उस दिन देश के गरीबों के लिए कुछ नहीं बचेगा. दलितों के लिए आदिवासियों के लिए कुछ नहीं बचेगा. आजादी से पहले देश में गरीबों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के पास कोई अधिकार नहीं थे. सिर्फ राजा-महाराजाओं के पास अधिकार थे. आजादी के बाद संविधान बना तो देश में सभी को अधिकार मिले. बीजेपी और आरएसएस के लोग आजादी के पहले जैसा हिंदुस्तान चाहते हैं, जहां लोगों को कोई अधिकार न हों. सिर्फ अडानी-अंबानी जैसे अरबपतियों के पास सारे अधिकार हों.”
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, “नोट बंदी और जीएसटी की योजना गरीबों को खत्म करने का औजार है. लाखों करोड़ रुपया अरबपतियों के अकाउंट में जाता है. सारा का सारा पैसा अडानी और अंबानी के जेब में जाता है. बीजेपी और आरएसस के लोग चाहते हैं कि आपको कोई अधिकार नहीं मिले. ये जो शिक्षा, स्वास्थ्य प्राइवेट हो रहा है. इसके मालिक कौन हैं.”
उन्होंने कहा, “अरबपतियों को लाखों रूपये देने के बाद डिग्री लेने के बाद भी आपको नौकरी नहीं मिलती है. छोटे दुकानदारों से पूछो जीएसटी, नोटबंदी से फायदा हुआ. बोलेंगे नहीं हुआ. लोगों को रोजगार छोटे व्यापारी देते हैं. बड़े-बड़े उद्योगपति नहीं देते. आईआईटी के छात्रों को रोजगार नहीं मिलता है. आपको कहां से मिलेगा, आपको गुलाम बनाया जा रहा है.”
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved