
नई दिल्ली । शिक्षक दिवस पर (On Teachers’ Day) पीयूष गोयल, शिवराज सिंह चौहान और पुष्कर सिंह धामी (Piyush Goyal, Shivraj Singh Chouhan and Pushkar Singh Dhami) ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि अर्पित की (Paid tribute to Sarvepalli Radhakrishnan) । शिक्षक दिवस के मौके पर महान शिक्षाविद् और भारत रत्न सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद किया जाता है। यह दिन भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को भी समर्पित है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “हम सभी उस शिक्षक को याद करते हैं, जिनके मार्गदर्शन ने हमारे दृष्टिकोण को आकार दिया और हमें आगे बढ़ने में मदद की। यह दिन उन सभी शिक्षकों को श्रद्धांजलि है, जिन्होंने समर्पण के साथ युवा मन का पोषण किया और अनगिनत छात्रों के उज्जवल भविष्य की नींव रखी।” अपनी पोस्ट में पीयूष गोयल ने आगे लिखा, “यह दिन प्रतिष्ठित शिक्षक और विद्वान डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को उनकी जयंती पर नमन करने का भी दिन है।”
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा, “महान शिक्षाविद, आदर्श शिक्षक, पूर्व राष्ट्रपति, ‘भारत रत्न’ डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन करता हूं। अपने ज्ञान के प्रकाश से शिष्य की अज्ञानता के तिमिर को हर कर सार्थक उद्देश्य प्रदान करने वाले सभी गुरुजनों के चरणों में शिक्षक दिवस पर प्रणाम करता हूं। गुरु से बड़ा दूसरा कोई भगवान नहीं होता है। यह सत्य है कि ईश्वर की भांति कच्ची माटी को गढ़कर गुरु उसमें प्राण फूंक देते हैं। मेरे जीवन में भी कई शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।” अपने गुरु को याद करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने लिखा, “मेरे गुरु रतन चंद्र जैन जी ने मुझे गढ़ा और जीवन को सार्थक दिशा दी। आज मैं जो कुछ भी हूं, उनके आशीर्वाद से हूं। हम सभी पर अपने गुरुजनों का आशीर्वाद सदैव बना रहे, यही प्रार्थना और शुभकामनाएं हैं।”
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। सीएम धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “आज प्रातः शासकीय आवास पर राष्ट्र के विकास एवं शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले पूर्व राष्ट्रपति, महान शिक्षाविद् ‘भारत रत्न’ डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ने अपने उत्कृष्ट कार्यों से यह सिद्ध किया कि शिक्षा ही समाज और राष्ट्र की सच्ची धुरी है। उनका व्यक्तित्व ज्ञान, विनम्रता और मानवता का अनुपम प्रतीक है।”

©2025 Agnibaan , All Rights Reserved