
नई दल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज से तीन देशों के अहम दौरे पर है, पीएम मोदी अपनी यात्रा के पहले पड़ाव के तौर पर जॉर्डन पहुंचे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक यह दौरा भारत के पश्चिम एशिया और अफ्रीका के साथ रिश्तों को नई मजबूती देने वाला है। व्यापार, निवेश, रणनीतिक सहयोग और क्षेत्रीय मुद्दों पर इस दौरान गहन बातचीत होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जॉर्डन की राजधानी अमान पहुंचने पर औपचारिक स्वागत किया गया। जॉर्डन के प्रधानमंत्री जाफर हसन ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब वैश्विक स्तर पर भू-राजनीतिक अस्थिरता बढ़ी है। भारत इस दौरे के जरिए अपने भरोसेमंद साझेदारों के साथ राजनीतिक, आर्थिक और कूटनीतिक सहयोग को आगे बढ़ाना चाहता है। खास बात यह है कि जॉर्डन और इथियोपिया की यह पीएम मोदी की पहली पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा होगी, जबकि ओमान का यह उनका दूसरा दौरा है।
पीएम मोदी जॉर्डन में किंग अब्दुल्ला द्वितीय से आमने-सामने बातचीत करेंगे। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी। भारत और जॉर्डन के बीच कूटनीतिक संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं, ऐसे में यह यात्रा विशेष मानी जा रही है। दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और राजनीतिक सहयोग पर फोकस रहेगा।
दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी और किंग अब्दुल्ला भारत-जॉर्डन व्यापार कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। इसमें दोनों देशों के प्रमुख कारोबारी शामिल होंगे। इसके अलावा पीएम मोदी जॉर्डन में बसे भारतीय समुदाय से भी मुलाकात करेंगे। युवराज के साथ वह पेट्रा शहर का दौरा करेंगे, जो भारत के साथ प्राचीन व्यापारिक संबंधों का प्रतीक रहा है।
जॉर्डन के बाद प्रधानमंत्री मोदी 16 से 17 दिसंबर तक इथियोपिया के राजकीय दौरे पर रहेंगे। यह उनकी पहली इथियोपिया यात्रा होगी। यहां वह प्रधानमंत्री अबी अहमद अली से मुलाकात करेंगे। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों के सभी पहलुओं पर चर्चा होगी। भारतीय प्रधानमंत्री इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे।
इथियोपिया दौरे के दौरान कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। भारत इस यात्रा के जरिए अफ्रीका में दीर्घकालिक और भरोसेमंद साझेदार के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत करना चाहता है। एजेंडा 2063 के तहत अफ्रीका की प्राथमिकताओं और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार होगा। भारतीय समुदाय से संवाद भी इस यात्रा का अहम हिस्सा रहेगा।
दौरे के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी 17 से 18 दिसंबर तक ओमान जाएंगे। यह उनकी ओमान की दूसरी यात्रा होगी। भारत और ओमान के कूटनीतिक संबंधों के 70 साल पूरे हो रहे हैं। इस दौरान भारत-ओमान व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते पर खास ध्यान रहेगा। माना जा रहा है कि यह समझौता दोनों देशों के व्यापार और निवेश को नई दिशा देगा।
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