
जबलपुर। अगर आप भी पानी की बोतल खरीदने जा रहे हैं तो उसे चेक जरूर कीजिए, क्योंकि जिले में कुछ समय पहले एक ऐसा मामला सामने आया, जिसे सुनकर आप बोतल जरूर चेक करेंगे। जिले में सील बंद मिनरल वॉटर बोतल में मरा हुआ मच्छर मिला था लेकिन इसके बावजूद जिम्मेदार विभागों की नींद नहीं खुली। जितनी तवज्जो होटलों में बिक रही खाद्य सामग्री और अन्य पदार्थों पर दी जा रही हैं उतनी ही तवज्जो बोतल बंद पानी और पाउच में भी दी जाए तो आम नागरिक गुणवत्ताहीन पानी से होने वाली बीमारियों से बच जाएंगें। हैरानी की बात हैं कि बोतल बंद पानी में मच्छर ही क्यों न मिला हो लेकिन जिम्मेदार विभाग शहर में बिक्री के लिए दुकानों में रखे पानी की गुणवत्ता की जांच की जहमत नहीं उठा पा रहा हैं। शहर के नागरिकों की मानें तो जिले भर में सील बंद मिनरल वॉटर बॉटलों और विशेष तौर पर पाउच में बिक रहे पानी की गुणवत्ता की जांच अरसे से नहीं हो पाई हैं जिसके चलते नागरिक बिना गुणवत्ता वाला पानी खरीदकर पीने विवश हैं।
रामपुर में मिली थी शिकायत
कुछ माह पूर्व शहर के रामपुर क्षेत्र में में सील बंद एक मिनरल वाटर की बोतल में मरा हुआ मच्छर मिला, जिसके बाद तुरंत ही दुकानदार ने इसकी शिकायत की। यहां एक मिनरल वाटर की सील बंद बोतल में मरा हुआ मच्छर मिला, जैसे ही इस पर ग्राहक की नजर पड़ी तो उसने तुरंत ही दुकानदार को बताया, जिसके बाद दुकानदार ने तुरंत कंपनी को इस बारे में बताया लेकिन पॉजिटिव रिस्पॉन्स न आने की वजह से मामला खाद्य विभाग तक पहुंच गया लेकिन खाद्य विभाग इस मामले में अब तक कोई विशेष अभियान नहीं चला पाया हैं।
इस तरह आया था मामला सामने
रामपुर में घटना तब हुई जब एक ग्राहक ने दुकान से पानी की बोतल खरीदी, बोतल खोलने पर उसमें मृत मच्छर देखकर ग्राहक हैरान रह गया। उसने फौरन दुकानदार से शिकायत की थी, जिसके बाद दुकान संचालक संदीप केसरवानी ने बोतलों का एक पूरा पैक उन्होंने भेजा था लेकिन एक बोतल में मरा हुआ मच्छर मिला है, जिसकी शिकायत की गई। ऐसे में तुरंत ही उन्हें बोतल वापस आ गई थी, जिसके चलते दुकानदार ने इस मामले में कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर से संपर्क किया लेकिन कंपनी की तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। जिसके बाद मामला खाद्य विभाग तक पहुंचाया गया।
जांच का दिया गया था आश्वासन
मामले में जबलपुर के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने कहा था कि मामला विभाग के संज्ञान में आया था। बताया गया कि अगर कही पर भी ऑटोमेटिक वाटर प्लांट लगे हुए हैं तो ऐसी घटना होना संभव है लेकिन अगर प्लांट मैन्युअल संचालित है तो फिर ऐसी घटना की संभावना नहीं रहनी चाहिए, इसलिए बंद बोतल में मरा हुआ मच्छर मिलना जांच का विषय है। इसलिए इसकी पूरी जांच की जाएगी। आम तौर पर पानी की जो सील बंद बोतले होती है वह कंपनियां रजिस्टर्ड होती हैं, ऐसे में इनकी भराई बिल्कुल मिनरल वॉटर की जाती है, ऐसे में बंद बोतल में मरा हुआ मच्छर जांच का विषय बना हुआ है। मामला सामने आने के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि जिले का खाद्य विभाग इसकी जांच करेगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो पाया।
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