
जयपुर: कांग्रेस (Congress) की ओर से बीजेपी (BJP) पर लगाए गए वोट चोरी (Vote Theft) के आरोप पर देशभर में सियासत गरमा रही है. राजस्थान (Rajasthan) में भी अब इस पर बड़ा सियासी खेल शुरू हो गया है. कांग्रेस में राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur) में बुधवार को इस मसले को लेकर पैदल मार्च (Foot March) किया था. इस पैदल मार्च में पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली समेत तमाम छोटे-बड़े नेता शामिल हुए थे. इस दौरान पीसीसी चीफ डोटासरा ने बीजेपी पर राजस्थान में बीते लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में चार सीटों पर वोट चोरी करने बड़ा आरोप लगाया. इन चार सीटों में जयपुर ग्रामीण, कोटा, अलवर और बीकानेर शामिल है. कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर आज रात को पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों (District Headquarters) पर कैंडल मार्च निकालेगी.
इनमें से तीन सीटों पर कांग्रेस 50 हजार से कम के मार्जिन से हारी थी. जबकि एक में वह करीब 55 हजार वोटों से हारी थी. राजस्थान कांग्रेस के नेताओं ने लोकसभा ही नहीं बल्कि विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी पर वोट चोरी का जड़ा. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने जयपुर की हवामहल और अन्य विधानसभा क्षेत्र का जिक्र करते हुए कहा कि इनमें भी वोटों की चोरी की गई है. हम इन सभी के आंकड़े लेकर जनता के बीच जाएंगे उसके सामने सच्चाई रखेंगे. कांग्रेस के इन आरोपों के बाद अब सियासत में जबर्दस्त गरमाहट आ गई है.
जयपुर ग्रामीण कांग्रेस से जिन चार सीटों को लेकर वोट चोरी का आरोप लगाया है कि उनमें से तीन पर जीते बीजेपी के सांसद अहम पदों पर हैं. इनमें ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष हैं. वहीं भूपेन्द्र यादव और अर्जुनराम मेघवाल केन्द्र में मंत्री हैं. राजस्थान कांग्रेस में जिन चार लोकसभा सीटों पर वोट चोरी का आरोप लगाया है उनमें सबसे कम मार्जिन वाली सीट जयपुर ग्रामीण है. जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चोपड़ा बीजेपी प्रत्याशी राव राजेन्द्र सिंह से महज 1615 वोटों से हारे थे. इस चुनाव परिणाम को लेकर उस समय भी काफी बखेड़ा हुआ था.
वहीं कोटा में कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल बीजेपी प्रत्याशी ओम बिरला से 41974 वोटों से हारे थे. बिरला ने यहां जीत की हैट्रिक लगाई थी. वे लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बने हैं. कांग्रेस ने तीसरी जिस सीट पर निशाना साधा है वह अलवर लोकसभा सीट है. अलवर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ललित यादव बीजेपी प्रत्याशी भूपेन्द्र यादव से 48282 मतों से हारे थे. भूपेन्द्र यादव पहली बार यहां चुनाव मैदान में उतरे थे और जीतकर लोकसभा पहुंचे. यादव भी केन्द्र में मंत्री हैं.
कांग्रेस के निशाने पर आई चौथी सीट बीकानेर लोकसभा सीट है. यहां कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद मेघवाल बीजेपी प्रत्याशी अर्जुनराम मेघवाल से चुनाव हारे थे. लेकिन यहां भी हार-जीत का अंतर बहुत ज्यादा कम नहीं था. यहां हार जीत का अंतर 55711 रहा था. अर्जुनराम मेघवाल 55711 वोटों से जीते थे. अर्जुनराम मेघवाल यहां से लगातार चौथी बार सांसद बने हैं. वे लगातार तीसरे बार केन्द्र में मंत्री बने हैं. पीसीसी चीफ डोटासरा का आरोप है ये चारों सीटें बिना चोरी के जीतना बीजेपी के लिए नामुमकिन था. वहीं विधानसभा चुनाव 2023 में जयपुर की हवामहल सीट पर भी बीजेपी ने बेहद कम मार्जिन से जीत दर्ज कराई थी. हवामहल में कांग्रेस के आर-आर तिवारी बीजेपी के बालमुकुंदाचार्य से एक हजार से कम वोटों के अंतर से हारे थे.
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