
पटना (Patna) । चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने अपनी राजनीतिक पार्टी (Political party) की लॉन्चिंग की तारीख का ऐलान कर दिया है। महात्मा गांधी की जयंती यानी 2 अक्तूबर को वह अपनी राजनीतिक पार्टी लॉन्च करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि वह अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों (Bihar Assembly Elections) में सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार (Candidate) खड़े करेंगे। किशोर ने यह भी कहा है कि उससे पहले वह 21 नेताओं की एक कमेटी गठित करेंगे जो पार्टी के इन मामलों को देखेगी।
दो साल पहले प्रशांत किशोर ने 2 अक्तूबर, 2022 को गांधी जयंती के मौके पर ही पश्चिम चंपारण से जन सुराज यात्रा की शुरुआत की थी। पिछले दो साल में किशोर राज्यभर में 5000 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा कर चुके हैं। वह अपनी जनसभाओं में लोगों को जाति के कुचक्र से ऊपर उठकर विधायक-सांसद चुनने की अपील करते रहे हैं।
ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखने वाले प्रशांत किशोर ने कहा है कि वह आगामी विधान सभा चुनावों में महागठबंधन और एनडीए के खिलाफ अपने बुते उतरेंगे। उन्होंने कहा कि वह 75 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार खड़ा करेंगे। किशोर अपनी सभाओं में कहते रहे हैं कि बिहार के मुसलमान डर कर वोट करते रहे हैं। इसके अलावा उनका कोई नेता नहीं है। पीके दलितों पर भी बड़ा दांव खेलने जा रहे हैं। राज्य की आबादी में दलितों और मुसलमानों की कुल हिस्सेदारी 37 फीसदी है। इसलिए वह बड़ी संख्या में दलितों को भी चुनाव में उतारने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
प्रशांत किशोर की राजनीतिक शुरुआत नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से हुई है। 2015 के विधान सभा चुनावों में जीत के बाद नीतीश ने उन्हें अपनी पार्टी में नंबर दो की हैसियत दी थी लेकिन जल्द ही दोनों के रास्ते अलग हो गए। अब प्रशांत किशोर नीतीश के दलित और मुस्लिम वोट बैंक में सेंधमारी का प्लान बना रहे हैं। उनकी इस रणनीति से लालू यादव की राजद के वोट बैंक में भी सेंधमारी का प्लान है। हालांकि, उन्हें भाजपा की बी टीम कहा जा रहा है लेकिन पीके ने साफ किया है कि वह सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतार कर भाजपा को भी सबक सिखाएंगे।
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