
इंदौर। इस वर्ष नवरात्रि पर इंदौर के लिए सुख-समृद्धि की कामना की जाएगी। इंदौर में होने जा रहे विशेष आयोजन को लेकर पूरे शहर में उत्साह देखते ही बन रहा है। कृष्णगिरि पीठाधीश्वर 1008 आचार्य वसंत विजयानंद गिरि महाराज 22 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक करोड़ मंत्र के जाप और हवन से वीआईपी परस्पर नगर में नवरात्रि महामहोत्सव का आयोजन कर रहे हैं। इसमें 154 औषधीय जड़ी-बूटियों और 451 दिव्य सामग्रियों से 19 लाख आहुतियां दी जाएंगी तथा 1 करोड़ से अधिक मंत्र जाप और कुमकुम अर्चन से इंदौरियों के लिए सुख, शांति और समृद्धि की कामना की जाएगी।
आमतौर पर गरबा नृत्य और फिल्मी धुनों पर मां की आराधना करने वाले पंडालों को पीछे छोडक़र इंदौर में संस्कृति के रंग खुलेंगे। यहां जाप, हवन और कन्याओं के पूजन से मां का आह्वान किया जाएगा। युवाओं और बच्चों को संस्कार और संस्कृति से परिचित कराया जाएगा। आचार्य वसंत विजयानंद गिरि महाराज ने बताया कि मां लक्ष्मी, मां देवी पद्मावती के आह्वान के लिए 11,000 स्वर्णलेपित अष्टलक्ष्मी कलश स्थापित किए गए हैं, जिन्हें 1 करोड़ मंत्र जाप, 1 करोड़ कुमकुम अर्चन और 19 लाख हवन आहुतियों से सिद्ध किया जाएगा। इन कलशों में महालक्ष्मी को आकर्षित करने के लिए दक्षिणावर्ती शंख, नवरत्न, 32 प्रकार के उपरत्न, 32 प्रकार के रत्न, दो दुर्लभ रुद्राक्ष, पंचधातु और 999 शुद्धता वाला महालक्ष्मी मुद्रित 5 ग्राम का चांदी का सिक्का रखा जाएगा। इन कलशों में कुल 451 दिव्य सामग्रियां सम्मिलित होंगी।
दुर्लभ जड़ी-बूटियां और विशाल सामग्री
इस आयोजन में 30,000 किलो शुद्ध मेवे और औषधियां, 20,000 किलो पीले, सफेद और लाल चंदनादि वृक्षों की समिधाएं, 7,000 किलो देसी गाय का घी, खजूर, किशमिश, आंवला जैसी दिव्य सामग्रियां और दुर्लभ जड़ी-बूटियां उपयोग में लाई जाएंगी। ये सभी सामग्री इंदौर के वातावरण को पवित्र करेंगी व दूषितता को खत्म कर देंगी। 25 एकड़ भूमि पर तैयार किए जा रहे इस प्रांगण में श्रद्धालु मां दुर्गा के 23 रूपों और 12 ज्योतिर्लिंगों की झांकियों का दर्शन करने अभी से पहुंचने लगे हैं। यहां मां दुर्गा अपने परिवार सहित विराजमान होंगी। विशाल और दिव्य पंडाल में सुरक्षा व्यवस्था के लिए 250 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं, वहीं आयोजकों के ढाई सौ से अधिक वॉलेंटियर भी यहां व्यवस्था संभालने के लिए तैनात हैं। यहां प्रतिदिन शाम 7 से रात 10 बजे तक देवी भागवत कथा का आयोजन होगा। इसके साथ भजन संध्या, कवि सम्मेलन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी होंगी। कथा श्रवण के दौरान भक्त मां के दिव्य अवतारों से साक्षात्कार करेंगे और शक्ति उपासना से विशेष फल प्राप्त करेंगे।
हवन-पूजन के लिए ड्रेस कोड होगा
गुरुजी ने बताया कि आयोजन स्थल पर प्रतिदिन भोजन प्रसाद की व्यवस्था होगी। यज्ञ में शामिल होने वाले पुरुषों को सफेद कुर्ता-पजामा और महिलाओं को लाल वस्त्र पहनकर आना होगा। बच्चों के लिए खेलकूद और संस्कार केंद्र, संत दर्शन मंच और हजारों स्वयंसेवकों की भागीदारी रहेगी। सुरक्षा व्यवस्था के भी विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। मुख्य द्वार पर सबसे पहले इंदौरियों को जहां मां अहिल्या के दर्शन करने को मिलेंगे, वहीं खजराना गणेश मंदिर भी स्थापित किया गया है। आयोजकों ने प्रथम निमंत्रण खजराना गणेश को दिया है।
युवाओं में उत्साह और सोशल मीडिया पर छाया आयोजन
इंदौर के युवाओं में इस आयोजन को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। सुबह से देर रात तक युवा आयोजन स्थल पहुंच रहे हैं और सोशल मीडिया पर इसकी भव्यता को घर-घर तक पहुंचा रहे हैं। शुक्रवार को भारत सरकार की राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर भी आयोजन स्थल पहुंचीं। आयोजन का साक्षी बनने देश सहित विदेश के भी उपासक पहुंच रहे हैं।
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