
नई दिल्ली । चीन (China) जब विक्ट्री डे परेड (Victory Day Parade) की तैयारियों जुटा था तभी अमेरिका (America) के पेंटागन के पास पिज्जा ऑर्डर (Pizza Order) का खास पैटर्न देखने को मिला। पेंटागन (Pentagon) इलाके में तेजी से पिज्जा ऑर्डर होने लगे। कहा जाता है कि जब अमेरिका पर कोई संकट आने वाला होता है या फिर वह किसी युद्ध की तैयार करता है तो पेंटागन के पास पिज्जा आउटलेट्स में बिक्री तेज हो जाती है। 1998 में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन पर महाभियोग के दौरान भी यह पैटर्न देखा गया था। इसके आलावा जब ईरान पर अमेरिका ने हमला किया था, तभी भी यही पैटर्न सामने आया था। ऐसे में पेंटागन में जब-जब पिज्जा के ऑर्डर तेज हुए हैं तब-तब इसे युद्ध का संकेत माना गया है। इसे पेंटागन पिज्जा इंडेक्स के नाम से जाना जाता है।
बीते दिनों जब कई दिनों तक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप किसी सार्वजनिक मंच पर नजर नहीं आए तो सोशल मीडिया पर ‘Trump is Dead’ ट्रेंड करने लगा। इस दौरान भी पेंटागन के आसपास पिज्जा आउटलेट्स पर ऑर्डर तेजी से बढ़ गए। पेंटागन पिज्जा रिपोर्ट ने भी यही संकेत दिया कि शायद कुछ बड़ा होने वाला है।
3 सितंबर को चीन में मिलिट्री डे की परेड थी। इसमें उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और रूसी राष्ट्रपति पुतिन भी हिस्ला ले रहे थे। इससे पहले 1 और 2 सितंबर को वाइट हाउस के पास डोमिनोज में बिक्री बहुत तेज थी। वहीं पेंटागन के पास भी पिज्जा ऑर्रडर का ट्रैफिक बढ़ गया था।
क्या है संकट का पिज्जा कनेक्शन
सोवियत रूस की खुफिया एजेंसियों ने सबसे पहले बताया था कि पेंटागन और वाइट हाउस के पास पिज्जा ऑर्डर का बढ़ना संक का संकेत देता है। 1990 में यह थ्योरी काफी चर्चा में थी। वॉशिंगटन में डोमिनेज की एक फ्रेंचाइजी ने नोटिस किया था कि जब कुवैत और इराक पर आक्रमण होना था तब सीआईए की इमारत के पास पिज्जा के ऑर्डर बढ़ गयए थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका में जब कोई संकट आता है या फिर युद्ध की तैयारी होती है तब पेंटागन, सीआईए के कर्मचारियों को लगातार बैठकर काम करना पड़ता है। ऐसे में उनके पास उठकर कहीं जाने का भी समय नहीं होता। ऐसे में वे पिज्जा ऑर्डर करते हैं। इसीलिए आसपास के इलाके के आउटलेट्स पर पिज्जा के ऑर्डर बढ़ जाते हैं।
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