
तिरुपति । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने तिरुमाला स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर में (In Shri Venkateswara Temple at Tirumala) पूजा-अर्चना की (Offered Prayers) ।
वह शुक्रवार को सुबह पद्मावती गेस्ट हाउस से निकलीं और तिरुमाला की परंपरा का पालन करते हुए सबसे पहले श्री भू वराहस्वामी मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद वह तिरुमाला मंदिर पहुंचीं, जहां तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अध्यक्ष बीआर नायडू, कार्यकारी अधिकारी अनिल कुमार सिंघल और अन्य अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मंदिर के पुजारियों ने परंपरा के अनुसार उनका ‘इस्तिकपाल’ स्वागत किया। इसके बाद मंदिर में द्वारस्तंभ पर प्रार्थना करने के बाद राष्ट्रपति ने भगवान के दर्शन किए । उनके साथ आंध्र प्रदेश के बंदोबस्ती मंत्री अनम रामनारायण रेड्डी भी मौजूद रहे। बाद में, राष्ट्रपति को रंगनायकुला मंडपम में पुजारियों ने ‘वेदाशिर्वचनम’ का आशीर्वाद दिया। टीटीडी चेयरमैन और ईओ ने राष्ट्रपति को श्रीवारी तस्वीरें, तीर्थ प्रसादम, टीटीडी 2026 कैलेंडर और डायरी भेंट कीं। इस कार्यक्रम में टीटीडी बोर्ड के सदस्य पनबाका लक्ष्मी, जानकी देवी, भानु प्रकाश रेड्डी और अन्य लोग भी मौजूद रहे।
राष्ट्रपति मुर्मू गुरुवार को तिरुपति पहुंची थीं। उन्होंने तिरुचनूर में श्री पद्मावती अम्मावारी मंदिर में दर्शन और पूजा की। इसके बाद, गुरुवार शाम को वे तिरुमाला पहुंचीं, जहां आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री वंग्लापुडी अनिता और टीटीडी अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। तिरुमाला मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद, राष्ट्रपति हैदराबाद के लिए रवाना हुईं, जहां वह सिकंदराबाद में राष्ट्रपति निलयम में भारतीय कला महोत्सव 2025 का उद्घाटन करेंगी।
भारतीय कला महोत्सव के दूसरे एडिशन में गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, गोवा, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव की रिच कल्चरल, खाने-पीने और आर्टिस्टिक परंपराओं को दिखाया जाएगा। राजभवन में रात्रि विश्राम के बाद राष्ट्रपति मुर्मू शनिवार को आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले में पुट्टपर्थी जाएंगी। वहां प्रासंति निलयम में श्री सत्य साईं बाबा की 100वीं जयंती के समारोह में विशेष सत्र में शामिल होंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इस जयंती समारोह का उद्घाटन किया था।
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