
आईजोल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने नॉर्थ ईस्ट को भारत का डिजिटल गेटवे बताया (Called North East as digital gateway of India) । नॉर्थ ईस्ट में एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट इकोसिस्टम को लेकर केंद्र सरकार की क्या प्लानिंग है और अब तक उन्होंने कैसे इस पर काम किया है इसकी जानकारी भी पीएम मोदी ने दी।
पीएम मोदी ने कहा, “बीते दशक में 21,000 करोड़ रुपए नॉर्थ ईस्ट के एजुकेशन सिस्टम पर निवेश किए गए हैं। करीब 850 नए स्कूलों का निर्माण किया गया है। 9 नए मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। मिजोरम में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन का कैंपस बनाया गया है। करीब 200 नए स्किल डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट स्थापित किए गए हैं।”
शुक्रवार को ‘राइजिंग नॉर्थईस्ट इंवेस्टर समिट’ के मंच से सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस भव्य मंच पर आकर मन गौरव से भर गया है और यहां भविष्य को लेकर अपार विश्वास नजर आता है। उन्होंने कहा, “अभी कुछ समय पहले यहां भारत मंडपम में हमने अष्टलक्ष्मी महोत्सव मनाया था और आज हम यहां नॉर्थईस्ट में इंवेस्टमेंट का उत्सव मना रहे हैं। इस कार्यक्रम का हिस्सा बड़ी संख्या में आए इंडस्ट्री लीडर्स बने हैं, जो दिखाता है कि नॉर्थईस्ट को लेकर सभी में उत्साह, उमंग और नए सपने हैं।”
प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर को देश का विविधता से परिपूर्ण हिस्सा बताया। बोले, “भारत, दुनिया के समक्ष सबसे डायवर्स नेशन के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाता है और नॉर्थईस्ट इस डायवर्स नेशन का डायवर्स हिस्सा है। ट्रेड से ट्रेडिशन तक, टेक्सटाइल से टूरिज्म तक पूर्वोत्तर राज्य की डायवर्सिटी इसकी बहुत बड़ी ताकत है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश 2047 तक विकसित भारत बनने की राह पर अग्रसर है और इस सपने को पूरा करने के लिए पूर्वी भारत का विकास मायने रखता है। उन्होंने विकसित भारत के लक्ष्य में नॉर्थईस्ट की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “पूर्वोत्तर भारत का सबसे अहम अंग है। हमारे लिए ईस्ट का मतलब, एम्पावर, एक्ट, स्ट्रेंथ और ट्रांसफॉर्म से है।”
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में पूर्वोत्तर राज्यों में एक बड़े परिवर्तन के दौर से गुजरा है, जो आंकड़ों तक सीमित न होकर जमीन पर महसूस होने वाला बदलाव है। उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर कहा कि हमने इंफ्रास्ट्रक्चर को केवल ईंट और सीमेंट से नहीं देखा बल्कि उसे इमोशनल कनेक्ट का रास्ता बनाया। हमने लुक ईस्ट से आगे बढ़कर एक्ट ईस्ट का मंत्र अपनाया। उन्होंने आगे कहा, “एक समय था जब नॉर्थ ईस्ट को केवल फ्रंटियर रिजन के रूप में जाना जाता था, वहीं आज नॉर्थ ईस्ट ग्रोथ का फ्रंट रनर बन रहा है।”
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