
नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल सईद आसिम मुनीर (Syed Asim Munir) अमेरिका की यात्रा पर हैं, जहां वे अत्याधुनिक हथियार, एफ-16 लड़ाकू विमानों की आपूर्ति और लंबी दूरी की मिसाइलों को हासिल करने का प्रयास किया. अमेरिका में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता और कार्यकर्ता आसिम मुनीर का जोरदार विरोध किया, उन्हें ‘कातिल’, ‘भगौड़ा’ जैसे अपशब्द कहा और ‘शेम ऑन यू आसिम मुनीर’ के नारे लगाए गए. यह विरोध इमरान खान को जेल में बंद कर सत्ता संभालने के कारण हो रहा है, जिन्हें पाकिस्तान में चुनाव जीतने वाला नेता माना जाता है.
इजरायल को लेकर पाकिस्तान के सुर नरम होने की वजह अमेरिका है, जिससे रिश्ता सुधारने के लिए मुनीर आज कल अमेरिका के दौरे पर हैं. लेकिन पाकिस्तान की पोल खुल चुकी है. व्हाइट हॉउस तक ने कह दिया कि उन्होंने मुनीर समेत किसी भी नेता को परेड में शामिल होने के लिए नहीं बुलाया था. पाकिस्तान के लोग और भारत विरोधी इस परेड में फेल्ड फील्ड मार्शल को ढूंढ़ते रह गए.
कहां तो दावा किया गया था कि असीम मुनीर डोनाल्ड ट्रंप के बगल में खड़े होकर अमेरिकी सैन्य परेड को सलामी देंगे. लेकिन 14 जून को परेड में आसिम मुनीर का अता पता नहीं चला. एक बार फिर साबित हो गया कि झूठ बोलने में पाकिस्तान सबसे बड़ा चैंपियन है. 14 जून को डोनाल्ड ट्रंप ने अपने जन्मदिन को ऐतिहासिक बनाने के लिए जबरदस्ती सैन्य परेड का आयोजन किया. जबरदस्त विरोध के बावजूद नहीं माने.
लेकिन, जिस अंदाज में अमेरिकी सैनिकों ने परेड में हिस्सा लिया, जिस तरह से मनमाने ढंग से सैनिकों ने परेड निकाली, उसने सारी दुनिया का ध्यान खींचा. जिस तरह अमेरिकी सैनिकों ने मार्च किया, उनके कदमताल में कोई जोश नहीं दिखा. उसे ट्रंप के लिए निजी हार बताया गया. 14 जून का मौका तो अमेरिकी सेना का था, लेकिन जिस तरह से नीरज परेड निकाली गई, उसने परेशान कर दिया होगा. क्योंकि सैन्य परेड से इतिहास में शामिल होने की सनक उन्हें भारी पड़ रही है.
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