
नई दिल्ली । केंद्र(Center) की मोदी सरकार(modi government) सत्ता में अपने तीसरे कार्यकाल(Third term) में है। ऐसे में पिछले दो कार्यकाल में उसकी सबसे बड़ी उपलब्धि(biggest achievement) क्या रही है, इसे लेकर लोगों के मन में अलग-अलग जवाब हो सकते हैं। लेकिन जब यही राय जनता के एक बड़े वर्ग द्वारा बताई जाती है, तो वह हकीकत सी लगने लगती है। सर्वे के मुताबिक पीएम मोदी की तीसरी बार सरकार बनाने के लिए सबसे बड़ी सफलता अयोध्या का राम मंदिर रहा है। वहीं पिछले 11 सालों में उनकी सबसे बड़ी असफलता युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी रही है।
सर्वे के मुताबिक हाल ही में हुआ ऑपरेशन सिंदूर और देश के लगभग सभी क्षेत्रों का इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट भी सरकार की बड़ी उपलब्धियों में शामिल है। करीब 16.7 फीसदी लोगों का मानना है कि राम मंदिर का निर्माण मोदी सरकार के 11 सालों के कार्यकाल की सबसे बड़ी सफलता है। वहीं इसके बाद दूसरे नंबर पर 12.2 प्रतिशत के साथ ऑपरेशन सिंदूर का नंबर आता है, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों की तरफ से पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकियों पर लॉन्च किया गया था। इसके बाद तीसरे नंबर पर 10 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि मोदी सरकार ने देश के आंतरिक ढांचे के विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया है। सड़कें, हाईवे, बांध से लेकर तमाम बड़े प्रोजेक्ट मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि हैं। इससे थोड़ा ही कम 9.3 फीसदी लोगों को लगता है कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटा देना भाजपा नीत एनडीए सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
सफलता के इतर जब लोगों से मोदी सरकार की सबसे बड़ी नाकामयाबी या विफलता के बारे में पूछा गया तो लोगों की जबान पर सबसे ज्यादा बेरोजगारी का ही मुद्दा था। 2014 में करोड़ों रोजगार का वादा करके आए प्रधानमंत्री मोदी को लेकर करीब 27.1 फीसदी लोगों का मानना है कि बेरोजगारी उनकी सरकार की सबसे बड़ी असफलता है। वहीं 6.5 फीसदी लोगों ने आर्थिक उन्नति का धीमे होने को उनकी विफलता बताया। कई लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने पीएम मोदी और भाजपा के ऊपर धार्मिक उन्माद को बढ़ाने का आरोप लगाया। 5.8 फीसदी लोगों को मुताबिक मोदी सरकार के रहते हुए अल्पसंख्यक समुदाय में भय का माहौल है। 5.3 फीसदी लोगों के मुताबिक महिला सुरक्षा और करीब 4.8 फीसदी लोगों के मुताबिक आतंकवाद को न संभाल पाना मोदी सरकार का सबसे बड़ा फेलियर है।
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