
चंडीगढ़. पंजाब (Punjab) की राजनीतिक फिजाओं (Political Fizas) में इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. आम आदमी पार्टी (AAP) के पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा (Aman Arora) और कांग्रेस (Congress) के नेता प्रताप बाजवा (Pratap Singh Bajwa) के बीच तीखी बयानबाजी ने खासी सुर्खियां बटोरी हैं. प्रताप बाजवा का दावा है कि आम आदमी पार्टी के 32 विधायक उनके संपर्क में हैं और वे कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं. उन्होंने दावा किया कि वे सही समय पर इन विधायकों को सार्वजनिक रूप से पेश करेंगे.
प्रताप बाजवा ने चुनौती दी कि भगवंत मान, जो कि पंजाब के मुख्यमंत्री हैं, वे खुद भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में हैं. बाजवा का कहना है कि भगवंत मान और अन्य नेता भी पार्टी बदल सकते हैं. बाजवा ने यह भी कहा कि उनका मकसद सरकार गिराना नहीं है, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो वे इन विधायकों को सामने ला सकते हैं. इससे पहले उन्होंने 30 AAP विधायकों के उनके संपर्क में होने का दावा किया था.
मंत्री अमन अरोड़ा ने प्रताब बाजवा के बयान का खंडन किया
दूसरी तरफ, भगवंत मान सरकार में मंत्री अमन अरोड़ा ने बाजवा के इस दावे को खारिज कर दिया. उन्होंने बीते दिनों कहा था कि अगर 32 विधायक बाजवा के संपर्क में हैं, तो भी कांग्रेस के पास पर्याप्त संख्या नहीं है सरकार बनाने के लिए. अमन अरोड़ा ने यह भी कहा कि बीजेपी और कांग्रेस के भी कई विधायक आप के संपर्क में हैं.
अमन अरोड़ा ने बाजवा पर हमला करते हुए कहा कि वे बिना सिर-पैर की बातें करते हैं और मीडिया में बने रहना चाहते हैं. उन्होंने यहां तक कहा कि बाजवा का शरीर भले ही कांग्रेस में हो, लेकिन उनकी आत्मा भाजपा में जा चुकी है.
पंजाब की राजनीति में मची हलचल
इस विवाद की वजह से पंजाब की राजनीति में एक बार फिर से हलचल मच गई है. कांग्रेस और आप के बीच यह सियासी खींचतान आने वाले दिनों में किस करवट बैठेगी, यह देखना दिलचस्प होगा. दोनों पार्टियों के दावे और आरोप-प्रत्यारोप से जनता की निगाहें इस विवाद पर टिकी हैं.
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