
नागदा। शासकीय कला विज्ञान व वाणिज्य कॉलेज में आयोजित तीन दिनी कार्यशाला के दूसरे दिन शुक्रवार को इंदौर से पधारे डॉ. रुपेश शुक्ल ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर व्याख्यान दिया। डॉ. शुक्ल ने कहा गुणवत्ता शिक्षा आधुनिक समाज की मांग हैं और चाहे कोई भी क्षेत्र हो गुणवत्ता की मांग हर जगह होती हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से आशय शिक्षा में गुणों का विकास करना या गुणों का समावेश करना हैं जिससे छात्रों एवं शिक्षा के उद्देश्यों की प्राप्ति भली-भांति हो सकें। जब किसी कार्य में उस कार्य से संबंधित सभी गुणों का (व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक) समावेश होता हैं तो उसे उस कार्य की गुणवत्ता के रूप में देखा व समझा जाता हैं। यही पहलु शिक्षा में भी होता हैं। हम शिक्षा में गुणवत्ता की बात जब करते हैं तो हम ऐसी शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण मानेंगे जो छात्रों को उस शिक्षा का लाभ पहुँचाएं, वहीं दूसरे सत्र में डॉ. शुक्ला ने स्त्री पुरुष समानता पर व्याख्यान देते हुए कहा- स्त्री पुरूष समानता किसी समाज की वह स्थिति है जिसमें संसाधनों एवं अवसरों की उपलब्धता की दृष्टि से स्त्री और पुरुष में कोई भेदभाव नहीं किया जाता।
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