
नई दिल्ली । ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor)के तहत पाकिस्तान(Pakistan) में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force)की कार्रवाई(action) के बाद दावा किया जा रहा है कि वहां रेडिएशन लीक हो रहा है। अब इन अफवाहों पर अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की सफाई आई है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने बुधवार को बताया कि पाकिस्तान के किसी भी परमाणु केंद्र से रेडिएशन रिसाव या उत्सर्जन की कोई घटना नहीं हुई है।
IAEA के प्रेस विभाग के फ्रेडरिक डाल ने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ के एक सवाल के जवाब में ईमेल के जरिए कहा, “हम इन रिपोर्टों से अवगत हैं। एजेंसी के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान में किसी भी परमाणु सुविधा से कोई रेडिएशन रिसाव या लीकेज नहीं हुआ है।” इससे पहले सोशल मीडिया और कुछ विदेशी मीडिया संस्थानों द्वारा यह दावा किया जा रहा था कि भारत द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में किराना हिल्स को निशाना बनाया गया, जहां कथित रूप से पाकिस्तान के परमाणु हथियारों का भंडार रखा है।
भारतीय सेना ने भी खारिज किया दावा
इससे पहले भारतीय वायुसेना के डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशंस, एयर मार्शल ए.के. भारती ने भी इन दावों को सिरे से नकार दिया था। उन्होंने मीडिया से बातचीत में व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, “धन्यवाद कि आपने हमें बताया कि किराना हिल्स में परमाणु हथियार रखें हैं, हमें इसकी जानकारी नहीं थी। हमने किराना हिल्स को निशाना नहीं बनाया।”
विदेश मंत्रालय ने भी मंगलवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान इन अफवाहों को खारिज कर दिया। मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा, “हमारी सैन्य कार्रवाई पूरी तरह से पारंपरिक दायरे में थी। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि पाकिस्तान की नेशनल कमांड अथॉरिटी बैठक करेगी, लेकिन बाद में उन रिपोर्टों का खुद पाकिस्तान सरकार के अधिकारियों ने खंडन किया।” IAEA का यह बयान उन अटकलों को खारिज करता है जिनमें कहा जा रहा था कि रेडिएशन रिसाव के चलते भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम हुआ। कुछ अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने भी इन दावों को मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बढ़ावा दिया था।
अमेरिका की चुप्पी
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रधान उप-प्रवक्ता थॉमस पिगॉट से 13 मई को वाशिंगटन डीसी में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान पूछा गया कि क्या अमेरिका ने पाकिस्तान में रेडिएशन रिसाव की रिपोर्ट्स के बाद कोई टीम भेजी है। इस पर पिगॉट ने कोई टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, “इस समय मेरे पास इस बारे में कुछ भी कहने के लिए नहीं है।” अमेरिका ने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम का स्वागत किया और दोनों देशों के बीच सीधे संवाद की वकालत की।
सोशल मीडिया पर अफवाहों का जोर
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के सरगोधा और नूर खान हवाई अड्डों सहित कई सैन्य ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए थे। इन हमलों के बाद सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैल गई कि सरगोधा से लगभग 20 किलोमीटर दूर है किराना हिल्स पर हमला हुआ और रेडिएशन रिसाव की स्थिति उत्पन्न हुई। कुछ अपुष्ट दावों में यह भी कहा गया कि अमेरिका का B350 AMS विमान, जो परमाणु आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए उपयोग किया जाता है, उसे पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में देखा गया। इसके अलावा, मिस्र से बोरोन (रेडिएशन को नियंत्रित करने वाला तत्व) ले जाने वाले विमान के पाकिस्तान पहुंचने की भी अफवाहें थीं।
हालांकि, इन सभी दावों को IAEA, भारतीय अधिकारियों और पाकिस्तान सरकार ने खारिज कर दिया है। एक वायरल दस्तावेज, जिसे पाकिस्तान सरकार का “रेडियोलॉजिकल सेफ्टी बुलेटिन” बताया गया, वह भी फर्जी पाया गया।
भारत-पाकिस्तान समझौता
बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच 1988 में “परमाणु सुविधाओं पर हमला न करने का समझौता” साइन किया गया था। इसके तहत दोनों देश एक-दूसरे की परमाणु सुविधाओं पर हमला नहीं करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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