
छिंदवाड़ा: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा (Chhindwara) में कफ सिरप (Cough syrup) पीने के बाद किडनी फेल होने से अब तक 19 बच्चों की मौत हो चुकी है. इस घटना के बाद मध्य प्रदेश के अलावा पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) ने मामले की पूरी रिपोर्ट मांगी है. इस बीच खबर है कि कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) छिंदवाड़ा आएंगे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर सकते हैं.
राहुल गांधी अभी विदेश दौरे पर हैं और कल (9 अक्टूबर) वापस आते ही रायबरेली के अलावा छिंदवाड़ा जा सकते हैं, जहां पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर सकते हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या हुई थी और छिंदवाड़ा में अब तक 19 बच्चों की मौत हो चुकी है.
इससे पहले छिंदवाड़ा में कफ सिरप पीने से हुई बच्चों की मौत के मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल को बर्खास्त करने की मांग की थी. जीतू पटवारी सोमवार को छिंदवाड़ा जिले के परासिया पहुंचे थे, जहां बच्चों की कफ सिरप पीने से मौत हुई थी.
पटवारी ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, ‘जिस कफ सिरप के पीने से बच्चों की मौत हुई है, उस मामले में स्वास्थ्य मंत्री शुक्ल का जो बयान आया था, उसमें कहा गया था कि यह वह दवा नहीं है जिससे बच्चों की मौत हुई. हम इसकी जांच करेंगे. जबकि, हकीकत यह है कि तमिलनाडु सरकार की पहले ही रिपोर्ट आ चुकी थी, मगर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश शुक्ल लगातार गुमराह करते रहे. बच्चों की यह मौत सरकार की कार्यशैली को जाहिर करती है.’
जीतू पटवारी लगातार मध्य प्रदेश सरकार पर हमलावर हैं और मंगलवार को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘बहुत हैरान हूं, मुख्यमंत्री जी! जब छिंदवाड़ा में सरकारी लापरवाही के कारण 19 मासूम बच्चों की मौत हो चुकी हो, और 8 बच्चे नागपुर में जिंदगी से जूझ रहे हों, ऐसे संकट के समय आप और आपका प्रशासन भोपाल में कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस करने में व्यस्त हैं!
आपने इस बैठक में छिंदवाड़ा के प्रशासनिक प्रमुखों को भी बुला लिया, जबकि उन्हें अभी पीड़ित परिवारों के बीच होना चाहिए था! ये समय शोक का है, लेकिन आपकी सरकार उत्सव में डूबी हुई है! आपकी ये संवेदनहीनता और प्रशासनिक लापरवाही बेगुनाह बच्चों की बेबसी कभी माफ नहीं करेगी!’
दरअसल, पिछले दिनों छिंदवाड़ा जिले में कई बच्चे बुखार के साथ सर्दी-खांसी से पीड़ित थे. इनमें से 19 बच्चों की मौत इलाज के दौरान हो चुकी है. इस मामले में कहा गया है कि बच्चों की मौत की बड़ी वजह कफ सिरप है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ सिरप के कारण हुई बच्चों की मृत्यु को दुखद बताते हुए इस सिरप की बिक्री को पूरे मध्यप्रदेश में बैन कर दिया था.
सिरप को बनाने वाली कंपनी के अन्य प्रोडक्ट की बिक्री पर भी बैन लगाया गया. सिरप बनाने वाली फैक्ट्री कांचीपुरम में है, इसलिए घटना के संज्ञान में आने के बाद राज्य सरकार ने तमिलनाडु सरकार को जांच के लिए कहा था. जांच रिपोर्ट के आधार पर कड़ा एक्शन लिया गया था.
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