
इंदौर। तेज बारिश में बिजली इंसुलेटर कंडक्टर चटकने और तारों में पेड़ों की डालियां उलझने से फॉल्ट की स्थिति निर्मित हुई। इसके कारण लोगों को अंधेरे का सामना करना पड़ा। शहर के अलग-अलग इलाकों में 30 मिनट से लेकर 3 घंटे तक अंधेरा रहा। छावनी क्षेत्र में तकरीबन 1 बजे बिजली व्यवस्था सुचारु हो पाई, तब जाकर रहवासियों को उमस से राहत मिली। संगम नगर, एरोड्रम रोड, गांधीनगर, राजेंद्र नगर, खंडवा रोड, आनंद नगर चितावद, इंदिरा कॉम्प्लेक्स, सिका स्कूल, अहिल्या नगर, राजबाड़ा, राजमोहल्ला, छावनी, जूनी इंदौर आदि कई क्षेत्रों में बारिश शुरू होने के साथ ही बिजली गुल का सिलसिला शुरू हो गया। शहर के 50 से ज्यादा फीडरों पर 5 से 8 मिनट की ट्रिपिंग रही तो 25 ऐसे फीडर रहे, जहां पर 30 मिनट से लेकर 2 से 3 घंटे तक बिजली गुल रही। परेशान उपभोक्ता बिजली झोन पर फोन लगाते रहे, लेकिन संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं मिलने से नाराजगी भी देखी गई। कार्यपालन यंत्री विनयप्रताप सिंह, डीके तिवारी, रामलखन धाकड़ आदि मोर्चा संभाले हुए थे। वहीं कुछ अधिकारी फोन उठाने से भी बचते रहे।
छावनी में ज्यादा दिक्कत, देर तक होते रहे फॉल्ट
छावनी क्षेत्र के दो फीडर के इंसुलेटर बस्र्ट हो गए। रात के समय बिजली कर्मचारियों ने जैसे ही एक इंसुलेटर बदला तो दूसरे इंसुलेटर में तत्काल फॉल्ट हो गया। इसके साथ ही पेड़ों की डालियां भी बिजली लाइनों में उलझी रहीं, जिसके कारण बिजली कर्मचारियों को खासी मशक्कत का सामना करना पड़ा। रात तकरीबन 1 बजे यहां की सप्लाई व्यवस्था नॉर्मल हुई, तब जाकर रहवासियों और बिजली कर्मचारियों ने राहत की सांस ली।
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