
जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) की राजधानी जयपुर (Jaipur) के सवाई मानसिंह अस्पताल में गुरुवार को HMPV के दो मामले सामने आए हैं। दोनों ही मरीजों को मेडिकल आईसीयू (Medical ICU) में भर्ती किया गया है। मामले को लेकर सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर दीपक माहेश्वरी (Deepak Maheshwari) का कहना है कि HMPV के दो मामले सामने आए हैं। दोनों मरीजों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। हालांकि, दोनों मरीजों की हालत फिलहाल स्थिर बनी हुई है। राजस्थान में एडल्ट में HMPV के केस पहली बार सामने आए हैं। इससे पहले दो बच्चों में इस वायरस के लक्षण देखने को मिले थे।
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने HMPV को लेकर एडवाइजरी जारी की थी, जिसके बाद राजस्थान में भी चिकित्सा विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया था. चिकित्सकों का कहना है कि इस बीमारी के लक्षण सर्दी-जुकाम से मिलते जुलते हैं और इलाज के लिए पर्टिकुलर कोई दवा मौजूद नहीं है। चिकित्सकों का कहना है कि चीन समेत कई देशों में HMPV के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। भारत में भी कुछ केस सामने आए हैं। यह वायरस बच्चों के साथ-साथ 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को इफेक्ट कर रहा है। इस वायरस से संक्रमित होने के बाद मरीज में कोविड जैसे लक्षण दिखाई देते हैं और यह आरएनए वायरस कैटेगरी में है।
चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना के समय जिस एडवाइजरी की पालना की गई थी, इसमे भी उसे फॉलो करने की जरूरत है। जैसे मास्क और सेनिटाइजर का उपयोग करना। अगर आप बीमार हैं तो दूसरों से ना मिलें, घर पर ही रहें। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग करें। भीडभाड़ वाली जगह से दूर रहें। जुकाम में टिशू पेपर का उपयोग करें और सर्दी जुकाम के लक्षण होने पर तुरंत चिकित्सकों से संपर्क करें। चिकित्सकों का कहना है की फिलहाल इस बीमारी की कोई दवा नहीं है और सर्दी जुकाम में उपयोग में आने वाली दवाओं से ही मरीजों का इलाज संभव है।
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