
नई दिल्ली: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संसद में रविशंकर प्रसाद ने अपनी बात रखते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति संसद की सदस्य भी हैं और उनका सम्मान करना हर किसी का कर्तव्य है. प्रसाद ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गर्व है जिन्होंने वंचित समाज से आने वाली एक योग्य व्यक्तित्व को राष्ट्रपति पद पर आसीन किया.
रविशंकर प्रसाद ने राष्ट्रपति की गरिमा और शालीनता की सराहना की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने पद को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है और उनका कार्यकाल राष्ट्रपति पद के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है. इतना ही नहीं उनका नेतृत्व देश के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुका है.
रविशंकर ने विपक्ष पर बिना नाम लिए हमला किया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद विपक्ष की एक बड़ी पार्टी की प्रमुख नेता ने क्या कहा “POOR LADY” इसका क्या मतलब है? प्रसाद ने ये सवाल उठाया कि विरोध की कोई गरिमा होनी चाहिए और उन्होंने विपक्ष से इस पर विचार करने की अपील की. इसके साथ ही उन्होंने “Shame Shame” के नारे को लेकर भी कड़ा रुख अपनाया.
प्रसाद ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जिक्र करते हुए कहा कि देश के पहले राष्ट्रपति के निधन के समय उनका सम्मान किस प्रकार किया गया था ये एक ऐतिहासिक घटना है. उन्होंने बताया कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद के निधन के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति राधाकृष्णन ने उनके अंतिम संस्कार में जाने की इच्छा व्यक्त की थी जबकि नेहरू जी ने फंड कलेक्शन के लिए राजस्थान जाने की योजना बनाई थी. प्रसाद ने इस उदाहरण के माध्यम से राष्ट्रपतियों के प्रति सम्मान की महत्ता को दर्शाया.
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