
भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) लगातार शीत लहर की चपेट में है। ठंड लगातार रिकॉर्ड भी तोड़ती नजर आ रही है। इस बार दिसंबर जनवरी से भी ज्यादा ठंडा है। पिछली रात सबसे ठंडा पचमढ़ी रहा यहां का न्यूनतम तापमान 1.9 दर्ज किया गया। जबकि राजधानी भोपाल के तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है। यहां का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
एक दिन पहले रिकॉर्ड 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। प्रदेश के पांच शहरों का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। प्रदेश के ग्वालियर जिले में हल्का से मध्यम कोहरा छाया रहा एवं पचमढ़ी (नर्मदापुरम) और रायसेन जिले में पाला पड़ा। प्रदेश में पिछले 8 दिन से शीतलहर चल रही है। लगातार बढ़ती ठंड के कारण प्रदेश के ज्यादातर स्कूलों का समय बढ़ा दिया गया है। इधर भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए हैं।
मौसम विभाग की सीनरी वैज्ञानिक वेद प्रकाश के अनुसार प्रदेश में पिछले 8 दिन से कोल्ड वेव चल रही है। मंगलवार के बाद शीतलहर का दौर खत्म होने का अनुमान है और कुछ दिन तक थोड़ी राहत मिल सकती है। आज 20 जिलों में शीतलहर चलने का अनुमान है। इनमें से 6 जिले- शाजापुर, आगर-मालवा, सीहोर, रायसेन, मंडला और छतरपुर में पेड़-पौधों की पत्तियों पर बर्फ भी जम सकती है।
इस सीजन में सबसे ज्यादा भोपाल संभाग में ठंड पढ़ रही है। भोपाल में लगातार रिकॉर्ड भी बनते जा रहे हैं जहां नवंबर में ठंडी का रिकॉर्ड टूटा वहीं दिसंबर की सर्दी का 58 साल बाद 15-16 दिसंबर की रात में टेम्प्रेचर 3.3 डिग्री रहा। अब पारा 0.3 डिग्री लुढ़का तो ओवरऑल रिकॉर्ड टूट जाएगा। कड़ाके की ठंड की वजह से भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों के लिए हीटर लगाए गए हैं। वहीं, हाउस की खिड़कियों को बंद किया गया है। ताकि जानवरों को ठंड न लगे।
पिछले 24 घंटो के दौरान प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में मौसम शुष्क रहा। भोपाल, सीहोर, विदिशा, शाजापुर, उमरिया, जबलपुर, मंडला, नौगांव (छतरपुर), पचमढ़ी (नर्मदापुरम) में शीत लहर का प्रभाव रहा। शहडोल, सिवनी में तीव्र शीत लहर का प्रभाव रहा। अधिकतम तापमान की बात करें तो प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ।
रीवा, जबलपुर, सागर संभागों के जिलों में सामान्य से कम रहा बाकि सभी संभागों के जिलों में सामान्य रहा। जबकि न्यूनतम तापमान सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। भोपाल, जबलपुर संभागों के जिलों में सामान्य से काफी कम रहा। नर्मदापुरम, उज्जैन, शहडोल, सागर संभागों के जिलों में सामान्य से कम रहा शेष सभी संभागों के जिलों में सामान्य रहा।
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