
इंदौर। कांग्रेस (Congress) के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने अपने प्रवक्ताओं (Spokespersons) की टीम में 13 महीने में ही फेरबदल (Shuffle) कर दिया है। मार्च 2024 में घोषित प्रवक्ताओं की टीम में से 9 को हटाकर 53 प्रवक्ताओं की नियुक्ति की गई है। सांवेर से चुनाव लड़ीं रीना बौरासी और पूर्व विधायक विपिन वानखेड़े को प्रवक्ताओं की टीम से बाहर कर दिया है, वहीं सज्जनसिंह वर्मा के नजदीकी राजेश चौकसे (Rajesh Chouksey) को नई टीम में जगह मिली है। पिछली बार प्रमुख प्रवक्ता अलग रखे गए थे, लेकिन इस बार सभी को एक समान रखा गया है।
पटवारी ने अभी तक ऐसी कोई टीम नहीं बनाई, जिसमें संशोधन नहीं हुआ हो। प्रदेश की टीम को लेकर भी पटवारी को अपनी ही पार्टी के नेताओं की नाराजगी झेलना पड़ी थी। अब प्रवक्ताओं की सूची में भी मात्र 13 महीने में संशोधन किया गया है। मार्च 2024 में पहली सूची जारी हुई। उसके बाद इसी साल जनवरी में एक और सूची आई, लेकिन उसे रोककर 19 फरवरी को जिलेवार प्रवक्ताओं की सूची जारी की गई थी।
नई सूची में 53 जिलों के हिसाब से प्रवक्ता बनाए गए हैं, लेकिन उसमें इंदौर का हिस्सा ज्यादा है। यहां से पुरानी सूची के 8 प्रवक्ताओं के साथ पूर्व प्रदेश सचिव राजेश चौकसे को जोड़ा गया है। यानी कुल 9 प्रवक्ता अकेले इंदौर जिले से ही हैं। चौकसे पूर्व मंत्री वर्मा के खेमे से आते हैं। रीना बौरासी और विपिन वानखेड़े जैसे नेताओं को नई टीम में जगह नहीं देने के पीछे कारण बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति दो पद पर नहीं रह सकता। विपिन पहले मुख्य प्रवक्ता थे, वहीं महू के मृणाल पंत को भी मुख्य प्रवक्ता बनाया गया था। अब देखना है कि नई टीम का कामकाज कब तक रहता है। हो सकता है इंदौर को ज्यादा तवज्जो देने को लेकर फिर विवाद हो और पटवारी को अपनी सूची में संशोधन करना पड़े।
फिर से होगा जिलों का बंटवारा
अभी कांग्रेस में जो प्रवक्ता बनाए गए थे, उन्हें पटवारी ने जिलों की जवाबदारी भी दी थी। इसमें वहां के स्थानीय कांग्रेस विधायक या वहां से लड़े कांग्रेस प्रत्याशी के साथ मिलकर स्थानीय समस्याओं और मुद्दों को मीडिया के माध्यम से जनता के बीच लाना था। हालांकि अब नई नियुक्ति के बाद प्रवक्ताओं को फिर से नए जिले दिए जाएंगे।
एक पद-एक व्यक्ति का सिद्धांत
कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस में एक व्यक्ति-एक पद का सिद्धांत चल रहा है। रीना बौरासी और विपिन वानखेड़े को पार्टी ने महासचिव बना रखा है, इसलिए उन्हें प्रवक्ता पद से हटा दिया गया है। कुणाल चौधरी भी महासचिव हैं, इसलिए उन्हें भी प्रवक्ता पद से हटाना पड़ा।
इंदौर से सबसे ज्यादा नेता उपकृत
पटवारी ने अपने गृहजिले इंदौर से सबसे ज्यादा नेताओं को प्रवक्ता पद पर उपकृत किया है। इंदौर से राजेश चौकसे, अमित चौरसिया, नीलाभ शुक्ला, प्रमोद द्विवेदी, आनंद जैन कासलीवाल, मृणाल पंत, संतोषसिंह गौतम, हर्ष जैन, हिमानी सिंह को लिया गया है। पहले मुख्य प्रवक्ता का पद भी था, जिसे इस बार नहीं रखा गया है।
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