
नई दिल्ली । साइबर जालसाज(Cyber fraudsters) ने केंद्रीय मंत्रालय(Union Ministry) से रिटायर संयुक्त निदेशक(Retired Joint Director) कृपा शंकर गौतम (77) को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट(Digital Arrest) रखा। जालसाज ने उनपर मनी लांड्रिंग व दो सौ महिलाओं को अश्लील मैसेज भेजने के आरोप में जेल भेजने की धमकी दे 12 लाख रुपए वसूल लिए।गोमतीनगर के विरामखंड निवासी कृपा शंकर केन्द्रीय मंत्रालय से संयुक्त निदेशक के पद से रिटायर है।
कृपा शंकर ने मुकदमा दर्ज कराया कि दो सिंतबर को उनके पास एक अंजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाली महिला ने खुद को टेलीकॉम कंपनी की कर्मचारी बताते हुए कहा कि आपका सिम कार्ड अगले दो घंटे में बंद हो जाएगा। कारण पूछने पर उसने बताया कि आपका आधार कार्ड मनी लांड्रिंग में प्रयोग हुआ है। यह कहकर उसने फोन काट दिया। कुछ देर बाद उनके पास वीडियो कॉल आई। फोन करने वाला व्यक्ति पुलिस की वर्दी में था। उसने अपना नाम गोपेश कुमार बताया। जालसाज ने कहा कि आपका आधार कार्ड खो गया था क्या। इस पर कृपा शंकर ने कुछ माह पहले बंगलुरु में आधार कार्ड खोने की बात कही।
नौकरों को छुट्टी देकर अलग कमरे में जाओ
कृपा शंकर गौतम ने बताया कि जालसाज ने कहा कि आपके आधार कार्ड लगाकर एक सिम लिया गया। जिसका प्रयोग मनी लांड्रिंग व 200 से अधिक महिलाओं को अश्लील मैसेजे भेजे गए हैं। जालसाज ने कहा कि मनी लांड्रिंग मामले में एक सांसद, एक पुलिस कर्मी, बैंक प्रबंधक और आप भी आरोपी हैं। यह सुन कृपा शंकर घबरा गए। इसके बाद उसने डीसीपी से बात करने लिए फोन ट्रांसफर करने की बात कही। डीसीपी ने उन्हें गिरफ्तारी वारंट दिखाया। जालसाज ने कहा कि तुम्हारे पीछे पुलिस लगी है। घर के सभी नौकरों को छुट्टी दे दो। खुद कमरे में चले जाओ। वहां कोई और न आए।
बैंक भेजकर कराया आरटीजीएस
कृपा शंकर ने बताया कि जालसाजों ने डराकर उनकी खाते की डिलेट ले ली। तीन सितंबर को कॉल कर बैंक जाने के लिए कहा। पहले बैंक ऑफ बड़ौदा भेजा। जहां दो आरटीजीएस फार्म लेने को कहा। धमकी दी कि किसी से संपर्क न करें। उनके पीछे सादे कपड़ों में पुलिस लगी है। इसके बाद खाते से 12 लाख रुपये इंडसइंड बैंक में ट्रांसफर कराये। इसी बीच उनकी भतीजी आ गई। जालसाजों ने धमकाते हुए फोन काट दिया। भतीजी को जानकारी हुई तो उसने पुलिस से शिकायत करने की बात कही। पीइंस्पेक्टर साइबर क्राइम थाना बृजेश कुमार यादव के मुताबिक तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
जालसाज पहले भी कर चुके हैं डिजिटल अरेस्ट
– पीजीआई से रिटायर प्रधान सचिव दिनेश प्रधान को 18 अगस्त से 22 अगस्त तक डिजिटल अरेस्ट रख 50 लाख वसूले
– रिटायर मर्चेंट नेवी अफसर सुरेन्द्र पाल सिंह व उनके पिता को 21 अगस्त से 26 अगस्त डिजिटल अरेस्त कर 1.29 करोड़ रुपए ऐंठे
– कारोबारी इरफान हैदर नकवी को चार जून को डिजिटल अरेस्ट कर 11.47 लाख हड़पे
– ऐशबाग निवासी रीता भसीन को 18 जुलाई को डिजटल अरेस्ट कर 56 लाख रुपए ऐंठे
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